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BIBLIOTHECA INDICA: |

JOLLECTION OF PRIENTAL WORKS

PUBLISHED BY THE | ASIATIC SOCIETY OF BENGA New Series, No. 1333.

अमरकाषः। AMARA [९ ()£ ^ | CAL DICTIONARY OF THE SANSKRI?V LANGUAGE WITH TIBETAN VERSION. |

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EDITE!) BY MsHopApuyaya SATIS CHANDRA VIDYABHUS | Principal, Sanskrit College. Calcutta,

Fasc. II.

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CALCU 11 | PRINTED AT THE BAPTIST MISSLON Pp ¢ AND PLBLISHED BY THE ASIATIC SOCIETY, 1, PARK STREET, 1912,

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The Society’s Agnts—

anp Mr. 0110 TARRASSOWITZ, 8००६8 ८८०६, Leipzig, Germany,

Oomplete copies of those works marked with an asterisk * cannot be supplied—sor

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of the Fuscicult being out of stock BIBLIOTHECA INDICA. Sanskrit Series.

Advaitachina Kaustubha, Fasc. t-3 @ /10/ each a Aitaréya Biahmana, Vol. 1, Fasc. 1-5; Vol. 11, Fase. 1 5; IIT, Fasc, 1-5, Vol. 1 ए, Fasc. 1-8 @ /10/ each cr Aitareyalocina : + eee Amarakosht, Fase. 1 =... ais ve #Ano Bhastya, Fasc. 2-5 @ /10/ each sae Anumana {10111 Prasarini, Fasc. I, @ /10/ ... ; Astasihasrika Prajfiaparamita, Fasc. 1-6 @ /10/ each Atmatattveviveka, Fasc. I or a 7 Acvavaidyrka, Fasc. 1-5 @ /10/ each de "अ. 73

Avadina Kalpalata, (Sans. and Tibetan) Vol. I, Faso. 1-9. IT, Fase. 1-9 @ 1/ each

Balam Bhatti, Vol. 1, Fasc. 1-2, Vol. 11, Fasc. 1, @ /10/ each ae

Baudhayana Sranta Sitra, Fasc. 1-3; Vol. If, Fasc. 1-4 @ /10/ eae

Bhatta Dipika, Vol. I, Fasc. 1-6; Vol. IT, Fasc, 1, @ /10/ each

Banddhastotrasangraha

Brhaddevata, Fasc. 1-4 @ /10/ each ८.७ 1१

Brhaddharma Purana, Faso. 1-6 @ /10/ each ser

Bodhicaryavatara of Qantideva, Fasc. 1-5 @ /10/ each »

Cri Cantinatha Charita, Fasc. 1-3 Py

Qatadisani, Fasc. 1-2 @ /10/ each

Catalogue of Sanskrit Books and MSS., Fasc. 1-4 @ 2/ each =

*Qatapatha Brahmana, Vol. I, Fasc. 1-7; Vol. II, Fasc. 1-5 Vol

ou क्क ३०

IIT, Fasc. 1-7; Vol. ए, Fase. 1-4 @ /10/ each ath Ditto Vol. VI, Fasc. 1-3 @ 1/4/ each ae wal Ditto ~ Vol. VIL, Fasc. 1-5 @ /10/ . 8 Qatasahasrika-prajfiaparamita, Part 1, Fasc. 1-16 @ /10/ each »

*Caturvarga Chintamani, Vol. II, Faso. 1-25; Vol. III, Part I, Fase 1-18, Part IT, Fasc. 1-10;-Vol. IV, Faso, 1-6 @ /10/ each 36- Ditto Vol, IV, Fasc. 7.8, @ 1/4/ each

Ditto Vol. IV, Fasc. 9-10 @ /10/ =... a 4 Olokavartika, (English), Fasc. 1-7 @ 1/4/ each „नः *Qranta Siitra of (ह णार18 8०१, Vol I, Fasc. 1-7; Vol. Il, Vasc | 4;

Vol. III, Fasc. 1-4; Vol. 4, Fasc. 1 @ /10/ earch

Ori Bhashyam, Fasc. 1-3 @ /10/ each ०५१ Dana हाद Kaumndi, Fasc. 1-2 @ /10/ each ... 5 Gadadhara Paddhati {इ 21४8३४8, Vol. 1, Fasc. 1-7 @ /10/ each eee Ditto Aoarasara, Vol. II, Fasc. 1-4 ... E Gobhiltya Grhys Siitra, Vol. T, @ /10/ each ... a „९ Ditto Vol. II, Fasc. 1-2 @ 1/4 /each &

Ditto (Appendix) Gobhila Parisista ual

Ditto Grihya Sangraha oa =a Haralata —..., + ae Pr “ees. ans

Karmapradiph, Faac. 1 ००९

Kala Viveka, Fasc. 1-7 @ /10/ each

Katantra, Fasc, 1-6 @ /12/ each

Katha Sarit Sagara, (English) Fasc. 1.14 @ 1/4, each Kurma Purana, Fasc. 1—9 @ /1LO/ each

Kiranavali, Fasc. I, @ /10/ a eee Madana Parijita, Fasc 1-11 @ /10/ cach Mahi-bhiasya-pradipodyota, Vol. I, Fasc. 1-9; Vol. If, Faso. 1.12

A Dire wes

Vol. ITT, Fase. 1-10 @ /10/ each "श

Ditto Vol. IV, Fasc. 1-2 @ 1/4 each ... ००५

Manntika Sageraha, Faso. 1-3 @ /10/ each an oe Markandeya Purana, (Kuglish) Faso. 1-9 @ 1 /-~ each a . oe *Mimarhet Dargana, Faso. 10-19 @ /10/each = a a

Mugdhahodha Vyakarana, Fasc 1-2 h ००९ :

Nirukta, (2nd edition) Vol. I, Fasc. I 4 a )

अमरकोषः | AMARAKOSAH.

METRICAL DICTIONARY OF THE SANSKRIT LANGUAGE WITH TIBETAN VERSION.

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EDITED BY ipHyaya SATIS CHANDRA VIDYABHUSANA, M.A., PuH.D.

wl, San. skrit College, Calcutta ; Joint Philological Secretary, Asiatic Soctety

f of Bengal. and Fellow of the Calcutta University.

Fasc. II.

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CALCUTTA ; | PRINTED AT THE BAPTIST MISSION PRESS, AND PUBLISHED BY THE ASIATIC SOCIETY, 1, PARK STREET.

1912.

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अमरकोषः |

| अमरसिंह विरवितसंस्ताभिधानं भोरभाषानुवादसदितम्‌ )

मरामहोपाध्याय ओ्रौसतौ श्चन्द्र विद्याभ्रषणेन

सम्पादितः |

दितौयखण्डः |

वङ्गन्दे गो यासिया टिकसोखादटिनामघेयसमाजानुमत्या

लिकाता राजधान्यां |

व्यापटिष्ठ-मिशन-यन्तृं मुद्रितः | WATER: १८३४

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च्त्नियवमेः | 201

वाजिबाहानव्वेगन्धव्वेहयसैन्धवसत्तयः |

आजानेयाः कुलौनाः स्य॒ व्विनोताः साधुवाहिनः ४४ नत] श्मः

वेसर कवी पिर] कु ASATACISARTAC’ |] 44

वनायुजाः पारशौकाः काम्बोजा ASAT इयाः | ययुर श्वो SANNA TAA जवाधिकः ४५ तवि War gsraraarhs | QRS aR Ara cS सस 1 A A AA ` ABS BAG AEA रपर S ANH II 45

TO: ict सितः कर्को रथ्यो AST रथस्य यः बालः किश्ोरो AAT वडवा वाडव TA ४६

1 वैर२३३५१९। Resch gy |

बिध्ाश्चौनं यद्श्ेन दिनेनैकेन गम्यते | AUT मध्य मश्वानां देषा हेषा निस्वनः vo

TIN AGN GAAS | BASS SPITS रिप | TIGA ALAA | 47

26

902 अमरकोषः |

निगालश्तु WAST इन्दे त्श्चौय माश्ववत्‌ | आस्कन्दितं धौरितकं रेचितं वल्गितं खतम्‌ ४८ ASR दनीर्युगास दिर दना

Ara AR ASS दनी 2.६२ || 48

गतयोऽमूः पच्च धारा घोणा तु WT मस्वियाम्‌ | कविका तु खलोनोऽस्त्रौ शफं MLA खुरः पुमान्‌ Be arial sare मित] इमा गरदि कि सप पयव

7 RAG] FRA] FRATAAC STATA I] as

पुच्छोऽस्तरौ लेामलाङ्गले Tas बालधिः चिषृपारत्तलुटितौ पराइत्ते मुहभुवि yo |

11. याने चक्रिणि युद्खाथे शताङ्गः स्यन्दनो रथः

असो पुष्यरथ ARMA समराय यत्‌ ye

वेग पविना | apr sya DENT OTIS | QATAR ARG ATF AS TGCS |

ARR SAGA ITA ATA II 51

afaaaa: | 208

HUTA: प्रवहणं CAA समं चयम्‌ | क्तोवेऽनः शकटोऽस््रौ स्याद्गन्त्ौ कम्बलिवा दकम्‌ ५२

ङुदरिवैर तस्यव] aWsrAagsCalScsrcrsjysl | aa Greg TRAYS TINA ]] 5

शिविका याप्ययानं स्यादोलापर्धयदिकाः सियाम्‌ | उभो तु देपवेयाघरौ दौपिचम्मौटते रये ५३॥ = 01 SPV SFA ST SAAC] SAAT IANS EGG I] 53 पाण्डुकम्बलसंवौ तः स्वन्दनः SAAT

रथे HAVA: कम्बलादिभिरादते ५४

AV AVRT|S AST SPAAISY EVE | ASFA TANS |

ARE SHANA | TAPAS AG I] 54 fay देपादयो रथ्या रथकद्या रथव्रज |

धुः wal क्तोवे यानसुखं स्याद्रथाङ्ग मपस्करः ५५ |

गाम VAG वसवस] Rg Ace Says gas | ARE SARE | AERA YETTA I 50

204: ्रमरकोषः |

चक' रथाङ्गं तस्यान्ते नेमिः स्रौ स्यात्‌ प्रधिः पुमान्‌ | , पिण्डिका नाभिरशषाग्रकोलके तु इयोरणिः ५६ - समिर ar grag waaay | VWs SS सुरद सेव ५३] तिरर रहत दिनि २5742 वार्त | BANS WES |] 56 ww - O रथगुप्ति ACM AT FAT युगन्धरः | AGH TAL प्रासङ्गो ना युगाद्थुगः ५७॥ ARG RTACASTAAN | सुरन वेरा ~>

भ.

क्‌ | ` सव्वं स्यादाइनं यानं युग्यं पचञ्च धोरणम्‌ परम्परावाहनं यत्तदेनौतक मस्ियाम्‌ ५८ पमस"उर-तत देषा पर | विग ुपिर a9 355 | 1 SMTA Efrat इसत्यारोहा निषादिनः। नियन्ता प्राजिता यन्ता खतः AAT सारथिः ye 1१ 1.

मामा ---- ------~ -------~- -- ----- ~ ----- --- ~ --- शिन -- --

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तचियवगेः | 905

सव्येष्दछिणस्थौ संज्ञा रथकुटुम्बिनः। रथिनः स्यन्दनारादा अश्वारादहास्तु सादिनः॥ go |

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BYR गक्ष नामुतः] वैर मऽ 2६ धे

AREA] ST SHEAR || 60

भटा योधाश्च MIT: सेनारक्षास्तु सैनिकाः | सेनायां समवेता ये Gans सैनिकाश्च ते॥ &१॥

RAISE 5 reS AFAR] FERC SATS कवा" | ICEPARSVASIC'ASN |] 61

बलिनो ये सहस्रेण सादखास्ते सहसिणः। ufc: परिचरः सेनानो व्वाहिनोपतिः ६२

गुर लिवरदु- A SOWA | FAECAL SAN |

कुरव mores | svsaypstigsc Faz ae] A || co

कञ्चुको वारवाणो Sat AA मध्ये AHA: | बध्नन्ति तत्‌ सारसनाधिकाङ्ग चाथ शौषंकम्‌ ६३

+ GTA ACCMST AES BRR ASIN MA] रेगृसमर्निप तुतत] FI 05

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206 | RATHI: |

शौ षणयज्च शिर स्त्रेऽथ तनुच वम्म दं शनम्‌ |

उरग्छद्‌ः कङ्कटको जगरः कवचोऽस्ियाम्‌ &४ - FAVA AA त्त] WIS IC RASS AS | TIS AANA |] 64

आमुक्तः प्रतिमुक्तश्च पिनद्वश्चापिनद्खवत्‌ | |

सन्नद्वो वम्मितः सज्जो शिति Tenge: ey माकी गुर | TRANSAT |] 6 विषामुक्तादयो वभ्येग्टतां कावचिकं TT पदाति-पत्ति-पदग-पादातिक-पदाजयः aang av Apararsensya | Aras ASAE |

>+ ALANS | SSS TAR ARGS || 66 पटश्च पदिकञश्चाथ पादातं पत्तिसंहतिः। ` शस्त्राजौवे काण्डष्टष्ठायुधौयायुधिकाः समाः SO | aye aya Cay ST FAAS पर गसन SINR a5"

NA ENA NS < < _ ~= “~~~ मन्म कसय ^ नर सकवक] तुग्‌ 5८9 AINA नड 67

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चचियवगेः | 207

adem: सुप्रयोगविशिखः कछतपुङ्खवत्‌ | अपराइष्रषत्कोऽसो VT श्ुरतसायकः &८ AAP RESTATAIAN BVA 34] सतु तरद गक TOM = पानि सथ OTT 08 ual धनुष्मान्‌ धानुष्को निषद्चस्तौ VAST | स्यात्‌ काण्डवांसतु काण्डीरः शक्तौ कः शक्तिहेतिकः & <

नध SAAC | GINA AS पारम! IRA AACA AISA AER | ASR SIR RER SE SST SAAE SSN TAI] 69

याष्टौकपारश्चधिक यशटिपर शुहेतिके | नैस्तिंशिकोऽसिहेतिः स्यात्‌ समौ प्रासिककेन्तिक ७०॥

RIAA LASTS 35 ती ततरि ASS सुस HAL SHAS CASS 5 || 70

SA फलकपाणिः स्यात्‌ पताकी वेजयन्तिकः। HINT सहायश्चानुचरेाऽभिसरः समाः ७९१ SEAT FQTAGS | ACAGS ANS | ESTAR BR पर EN YA | BAAR TAC AGCN ANA |] 71

208 अमरकोषः पुरागाग्रेसरप्रष्ठाग्रतःसर-पुरःसराः |

पुरागमः पुरागामौ मन्दगामौ तु AIT ७२.॥ | BAAN FAT ACHR AT] "रमम वनरगीरसिसत्‌। ATTN TAT| FLATT |G || 72

जद्धालाऽतिजव स्तुल्यो जङ्घाकरिकजाङ्किकै | तरस्वौ त्वरितो वेगौ प्रजवो जवनो जवः ७३

AFSA TALE | ANAS AAC | @>. > तोप | 73 जय्यो यः शक्यते जेतुं जेयो जेतव्यमाचके | sae जेता यो गच्छत्यलं विदिषतः प्रति og ANRC ANSE FE | LAIN SISA |

वमि SGT STA Zaza 1] 7५

सोऽभ्यमिग्योऽभ्यमिचौ योऽप्यभ्यमिचोण इत्यपि ऊज्जंस्वलः स्यादृज्नस्वौ उर्ज्जोऽतिश्यान्वितः oy

त्चियवगेः | 209

स्यादुरस्वानुरसिलेा रथिरो रथिको Tat | कामगाम्यनुकामौनो दयत्यन्तोन स्तथा BTA ७६ GIA SNA 1/1, |

| Arex h Gosh as9 | ARR AHR RC PEN STN AR STAT TATA Aa 76

BU वौरश्च विक्रान्तो जता foray जित्वरः |

सांयुगौनो रणे साधुः शस्त्राजोवादय fay ७७ i SEARS SNES तिपा] SEP SARC SAAS S | गारुत्मत पिपास] SVAN AS AOA || 77

ध्वजिनो वाहिनौ सेना एतनानौकिनौ चमूः वरूथिनौ बलं सैन्यं चक्रन्वानौक मस्तियाम्‌ ७८ ` HAAS SLA थन] सना नरन SASTACASC A SANG | दरस हमर ATSC BIST SRSA WAG A |] 78

Vee बलविन्यासो मेदा दण्डादथो युधि | प्रत्यासरो ब्यृहपाष्णिः सैन्य प्रतिग्रहः ७€ | RGSS ANT TAS | FSS 555755] ABA तेह] रत्तो A YAS] SRSA HANG Acasa || 70

27

210 ्रमरकोषः |

एकेभेकरथा श्वा पत्तिः पञ्चपदातिका

पच्यङ्गे स्तिगुशैः सर्व्वैः HASTE यथोत्तरम्‌ ८० 1 += > | SAINSTRC SAREE

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गवो स्मत || 80

सेनामुखं गुल्मगणो वाहनौ एतना चमूः अनोकिनौ दशनो किन्यकौदिण्यथ सम्यदि ८१

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BLTHNSATATH | TORUS IGS] HSFATACTY PFISI] NITFIS SATA] KH TH OTS | 81 सम्पत्तिः ओश्च लश्ौश्च विपत्यां विपदापदो | WAY प्रहरणं शस्त्र मस्र मधास्तियौ ८२ RASA कव रवनर वेस] वसुर RAGS 9 SIT AEFSATSES| AA SLANS SGA || 8

धनुश्चापो धन्वशरासनकोदण्डकाम्मकम्‌ दषा सोऽप्यथ कणस्य AAT शरासनम्‌ ८३॥

सनि AES) TAB AAO 8

चचियवर्मैः | 211

कपिध्वजस्य गाण्डौवगाण्डिवो पुन्नपुंसकौ |

कोरि रस्यारनो गोधा तले ज्याघातवारणे ८४ स्ुराुेना तर तर | 1.

लस्तकस्तु VAR Alea! ज्या शज्जिनौ गुणः |

स्यात्‌ प्रत्यालोद़ मालोढ़ मित्यादि स्थानपञ्चकम्‌ ८५ |

APTI FACT | पाकरत INGAAS |

PA AASTSIAITACST ORAS IA | पम S512 a 5 स] 85

MU वेध्यं WTS शराभ्यास उपासनम्‌

एषत्कवाणशविश्खा अजिह्यमगखगाशुगाः cs

+^ ४.1.113 AME कुत्स तद्दि (र. >

10. कलम्बमागेशशराः पचो राप इषु दयोः | परछचेडनाक्तु नाराचाः पक्षा वाज स्िपृत्तरे ८७ FIN ARF AUT AAAI STAC | MATRA AARC मसा ANAK FA SASS | SAC AAT AAA SN |] 81

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919 HALA: |

निरस्तप्रहिते वाणे faora दिग्धलिप्तको |

तूणोपासङ्गत्ूणौर निषङ्गा इषुधि दयोः घट `

सू पममन्रवुगसनडे] 5६ ||] 88 Lr,

qui ast तु निस्विंश्चन्द्रहासासिरिष्टयः।

RAIA मणडलाग्रः कर पालः छपा णवत्‌ Se

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मे शना पशः | APART] %

त्सरुः खन्ञादिमुष्टौ स्यान्मेखला तन्निबन्धनम्‌ |

HAAS फलं WH संग्रादो मुष्टिरस्य यः॥ ९० |

से <न तोर २2] सनताप गृ सत द्रमः] FSP ग्‌ ९६३९] 90

FAT सुद्गरधनो स्यादौलौ कर पालिका | भिन्दिपालः खग स्तुल्यो परिघः परिघातनः॥ ee |

THARNINST TSS | ALA TSA (> ARATE ARCS A SNS | SSATETAA SOA ELS | 91

चचियवगेः | 218

दयोः कुठारः स्वधितिः परशुश्च परश्धः।

meet चासिपुत्लो छुरिका चासिधेनुका ९२

हवती षु-5<१] ANT TIA I 02

वा पुंसि wel शङ्‌ नौ शव्वला तोमराऽस्ियाम्‌

प्राससतु कुन्तः RUE fears: पाल्यश्चिकोटयः <

९२०३१८4 पासे २८८] मर तमत्त]

धनुर OMA AC सन्यस AS GASH | SEAR APCS | 98 AC Q

सर्व्वाभिसारः सव्वाघः सव्वसन्रहनाथेकः |

लाहाभिहाराऽसरष्टतां wat नोराजनाविधिः॥ €४॥

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AANA GATS ASS | तमिद ANyArACA ANAS |] 94

यत्सेनयाभिगमन atl तदभिषेणनम्‌ |

याचा ब्रज्याभिनियांणं cares गमनं गमः <५॥

AIRGAS ARTA SACS | SNST RAISINS 5६ द्विमात्र QATAR AC TAA | सकरपर 95

* For सद £

214 अमरकोषः |

स्यादासारः प्रसरणं Waa चलिताथ॑कम्‌ |

अहितान्‌ प्रत्यभोतस्य रणे यान मतिक्रमः॥ ९& - वन्वाना धति त्‌] तमि तरार SNARE S HFA || 96

वैतालिका बोधकरा ाक्रिका घाण्टिकाथैकाः | स्थ॒ MIAME मगधा वन्दिनः स्तुतिपाठकाः प7वगर्गी3स | AAS तिडम दनुर सुर श्त CA HVAATARS TTS] TCR दपण तरर 97

संशप्तकास्तु समयात्‌ संग्रामादनिवत्तिनः। रेण दयोः स्वियां धूलिः पांशु at दयो रजः ९८॥

RIVAL ARAN AST AAAS A AGATA | EY SAN MSNA SEY] SVSUANF STAAL |] 98

चृणे कषोदः समुत्पि्ञपिच्जलौ शमा कुले पताका वैजयन्तो स्यात्‌ केतनं ध्वज मस्ियाम्‌

यमने] FANART AERTS SIRE | AREATENSR'S BARTS SC | SHAR INASA ATSC]

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चज्रियवगेः | 215

सा वौराश्सनं agafa यातिभयप्रदा |

अहं yar महं ye मित्य हंपूव्विका सियाम्‌ १००॥ Sal-ala“ahinaalaloi Aas दग्र | SERGE] A575 ARS | 100 Aegean दर्पाद्‌ था स्यात्‌ सम्भावनात्मनि | अहमदमिका तु सा स्यात्‌ परस्परं यो भवत्यह ङ्ारः॥ १०१॥ HSN ASF HN TINA S| SAAN SH SAT | SRENHRASHANA] WGTANFAIIA SG || 101 द्विणन्तरः सहो बल श्रोयाणि साम AH Nis: पराक्रमः प्राणो fama स्वति शकिता १०२ 110 SACRA | AAV RRA IFAS | IFSC GF ZHAIAA A J] 102 वौरपाणन्तु यत्पानं इत्ते भाविनि वा cat |

युद्ध मायोधनं जन्य प्रधनं प्रविदार णम्‌ १०२

RAR AAAS] STARA Y TASS | QRAREAS वतर ठत] (सपशार || 108

216 अरमरकोषः।

ay area AS समौकं साम्परायिकम्‌ | अस्तियां समरानौकरणः कलदहविग्रदहो १०४

2) 911 1 Se NSAAECAT AZT AON GM] Wars agdareyays |] 104

सम्प्रहाराभिसम्पातकलिसंस्फोटसंयुगाः | अभ्याम्दसमाघातसंग्रामाभ्यागमाहवाः १०५ |

ARATARSTST SASS TAC] नोन्‌ रसिन ST AAT

SES STSA RR स्वानास] रवर ARATARSrara yw | | ve | 105

समुदायः fea: संयत्समित्याजिसमिट्युधः।

| fae बाहयुद्धेऽथ तुमुलं रणसङ्ले १०६

पापपो एप | सम 5 Garey | ABFINTY VAIS वरस] FAG TYAS IN |] 106 wast तु सिंहनादः स्यात्‌ करिणां घटना घटा |

कन्दनं योधसंरावो dea करिगजिंतम्‌ १०७॥

उद्ुवा्षपसिवेदि | त्रा वदि gaa gracd | ६555 दे र्वु ASS ACA AS || 107

त्चिचख्वगः: i 2 lg

विस्फारो धनुषः स्वानः परहाडम्बरौो समो | प्रसभन्तु TAHT इटोऽथ स्खलितं छलम्‌ १०८

ANAS NQA S| नवारय ATASCA |

apr RATAN SBA| Fasragerse ASE || 105

अजन्यं क्तो वमुत्पात उपसगेः समं चयम्‌ | मृच्छ तु कश्मलं मो दोऽपावमदंसतु पौडनम्‌ १०८

VGN IRN 3८] करप ACA SSCA AINA | AGA AC SCAN A | STARA ASS |] 109

पअभ्यवस्कन्दनं त्वभ्यासादनं विजयो Wa: | वैरशद्धिः प्रतोकारो वैरनिर्यातनच्च सा ११०

सक्सपन१ दसस | AVATARS SSN EIN कमि

वि ~ 31111414 110

्रद्रावोद्‌ावसंद्रावसन्दावा विद्रवो द्रवः।

अपकरमोऽपयानच्च रणे भङ्गः पराजयः 1 १११

तुस्ता ८१] "रतव SAAS WAS a]

दतु परि] WAS ASS QT AAAS |] 111

218 श्रमरकोषः | पराजितपराभ्रूतो fay नष्टतिरोहितो | प्रमापणं निवदणं निकारणं निशारणम्‌ ११२ सवनम पनर Sa RA AA | पेदक्सवम्ुर A SAS | QESATACESVACARCATAC’ || 112 प्रवासनं परासनं fraes निहिसनम्‌ | निर्वासनं संज्नपनं निग्रन्यन मपासनम्‌ ११३ I SAS SCARS ATSC | AQVACSRASS AIRC | SRT SLA AT AC |] 113 fared fread quad oftasaq | निव्वा पणं विशसनं मारणं प्रतिघातनम्‌ ११४ पद्‌८दुगरस रस्म RASS | HY SATRC A ICS स्स | Fare a gs] TS PLFA |] 114

>. > ^>. उदासनप्रमथनक्रथनोज्नासनानि | आ्आलम्भप्च्जिविशरघातोन्माथवधा अपि॥ ११५॥ WARY Es | कम र्सस्‌ AAS TSS ALAC |

BERTH TRIG AOA रदवो STAC |] 115

चचियवगंः | 219

स्यात पञ्चता कालधम्प्री दिष्टान्त प्रलयोऽत्ययः |

अन्तो नाशो दयो wey मर णं निधनोऽस््ियाम्‌ ११६

वसदस TAG AIA | SWABS Qa AIA AT AC |

GHAEAMBANHS AAAS] QS तेद ASA arg A |] 116

परासु-प्रा ्तपनच्चत्व-परेत-परेतसंस्िताः।

रटतप्रमोतो चिषेते चिता चित्या चितिः स्ियाम्‌॥ ११७॥

यन्धि रदस्य] RASC AA STN AAA |

ARTS AANA ENN | NETH QS 5A] 117

कबन्धाऽस्त्रौ क्ियायुक्त मपमूद्चकलेवरम्‌

प्ूमणानं स्यात्‌ पित्रवनं कुणपः श्व Alara ११८

|. 11/11

सरित नरकेनमेग शोधन | SAR TAAFF | 118

प्र्रहोपग्रहो वन्द्यां कारा स्यादन्धनालये |

पुंसि भूम्न्यसवः प्राणाशेवं जौवोऽसुधारणम्‌

आयु जोवितकाला ना जौवातु जौंवनोषधम्‌ ११९ इति afaaaz: |

1 १११८३ |

निविशत Far} तेम CANA AAC |

SAPHVASIVSN] HVTASSVAS AA HA|]] 119

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AAT: | ऊरव्या ऊरुजा Hat वेश्यां भूमिस्पशे fw | आजोवो जोविका वार्ता त्ति व॑त्तनजौवने ९॥

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Aa SSIS BVARIINAS | ERasrarqea2Qq | MFASASTASAR | AWG तरस दनक |] 1 + [~

feat कृषिः पाशुपाल्यं वाणिज्यं चेति इत्तयः | सेवा ्टत्ति रन्टत छषि रञ्छ शिलन्त्वृतम्‌ 2

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TAHA PSA AT Hs | SHAS AAAS EAN Qasr EEy AYA HOVAS | HTSSTTAT | SFTAL AA ITS M2

दे याचितायाचितयो यथासङ्खं खताखते सत्याग्डतं वणिग्‌भावः Bred पय्यंद्ज्चनम्‌ | aSQeaac agra g] दि द्रव्म्‌ रैरदकथ। उतनः HFSS ASAE i 9

वेश्यवगे; | ? 221

उद्ारोऽथेप्रयोगस्तु Fate दद्धिजोविका | याच्‌जाप्राप्तं याचितकं नियमादापमित्यकम्‌ ०1 1 ESSE SSNS TAI 4

a0 (स्‌ उत्तमर्णाधमणा दो प्रयोक्तुग्राहको कमात्‌ | कुसौदिको वापिको खद्याजोवश्च वाङुषिः॥ ५॥ FRSA TARAS] मस्व दुर Asa Sa GAAFATSCATASSC] AAATTSCFATSAS a |] 5 छषेचाजौवः कषेकश्च BAA कछषौ बलः | as stand त्रौ हिश्णल्यद्ववो चितम्‌ लिरववृद्यथसबुन] शु्वात्क्सपरि | विर दरतु-कनित] agaccsreagnss |] 6 यव्यं यवक्यं यष्टिक्यं यवादिभवनं fe यत्‌ |

तिल्यवैलो नवन्माषोमाणभङ्गग दिरूपता

मस्र मसतैर STS] FSSC मातरि | HANSA YFG] STO WAN I 7

22,2 च्रमरकोषः।

alata कोद्रवौणादि ेषधान्योद्ववोचितम्‌ |

वौ जातं (Hae सौत्यं Ae हल्यवत्‌ HPAL TS! THAR) एमन्तस करतां VATA नद ILA र] ASTACRSACARS AIA | 8 चिगुणाकरूतं ठतोयाक्तं fea चिसोत्यमपि तस्मिन्‌ दिगु णात तु सव्वे Jed सम्बाङतमपौह STATS F ATIVAN | इमद्गसुसहनस शप्प्‌ | 35 Bays GAT HNAE | Bergan | Fe द्रोणादृकादिवापादो zifwarefaarea: | खारोवापस्तु खारौक उत्तमशणादय fey १०॥

FPS TANARIS ] तेण] व्ह [प<.25"सञ्‌ रग] पुट न्ड निक्माक्षपाञ्चम] 10 पुन्नपुंसकयो au: केदारः a मस्य तु

केदारकं स्यात्‌ कैदाय्यं AA कैदारिकं गणे ११॥

AUTAICACS | समति SAT SS | ATA ASAT G5 | नस तिर रस्ति SATA | 11

ayaa: | 293

लाष्टानि wea: पुंसि कोरिशे लेाष्टुमेदनः। प्राजनं तोदनं तोचं खनिच मवद्‌रणम्‌ १२॥

ववस्य] PTAC RNAS SVAS 5 वेग रतररनी 354 12

दाच्च लविच माञन्धा यों योक्त मथो फलम्‌ | निरोषं करटकं फालः छषिको लाङ्गलं हलम्‌ १३ |

= ease | शण देसि HOST | SASS SAEEATAE I] 19

गोदारणच्च सौरोऽथ शम्या स्त्रो युगकौलकः ईषा लाङ्गलदण्डः स्थात्‌ सौता लाङ्गलपद्वतिः १४

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1744] = नासर GUAT AT | 14

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पुंसि मेधिः खले दारु न्यस्तं यत्‌ पशुबन्धने |

aTqatte: पाटलः स्यात्‌ सितश्रकयवो समो ey कुरव LAAN STAT | IR GS SSI INNS | Bey SVR EA FNAL AGT || 15

224, अमरकोषः |

ate तच हरिते कलाय्तु सतौलकः। हरेणखण्डिको चास्मिन्‌ ATTA कोद्रवः १६

सभन कर | PSS PHT 55॥ 16

मङ्गल्यको मखरोऽथ मुद्ष्ठकमपष्ठकौ |

वनमुद्ग AU तु दो तन्तुभकदम्बको १७

AT ANAEF VES | ऋशभ NQAHYAA | FINI] FTRACAISS AAS SH] |] 17 सिद्वाथन्तवेष धवला गोधूमः सुमनः समौ स्याद्यावकसु कल्माष णको SCAT १८ SST WESTS TST ASCE | STACAR AAS A | र्तणाभिम्प. GSAT | SPIRES RAGA {| 18

दौ faa तिलपेजश्च तिलपिङ्गश् निष्फले |

छवः छधाभिजननो राजिका कष्णिकासुरो Ve

RATS 5 NS = तइ garays | PS इव्त केषर] पुरि मेषम्‌] 10 en |

वेश्यं; | 225

feat कङ्कप्रिथङ्ग्‌ दे ्रतसौ स्यादुमा AAT | मातुलानो तु भङ्गगयां बौहिभेद्‌ क्वणः पुमान्‌ २०

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विवे AS SAS] (ु<मप्पनसे] > mm 8 FTA] ATHATSST EAN | 20

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fare: शस्यश्रकं स्यात्‌ कणिशं waa

धान्यं रोहः स्तम्बकरिः स्तम्बो गुच्छं स्तृणादिनः॥ २१ | >^. | हना TLS 2] PATA SAW AI] 21

नाड नालञ्च काण्डोऽस्य पलालेऽस्तौ निष्फलः | कडुङ्गरो वषं ala धान्यत्वचि yates २२॥

SITES IMSS | विकसनं सवाह YF QVA HITS | TAINAN I SATAG || 22

MATA BUA शमौ सिम्बा चिषृत्तरे | BE मावसितं धान्यं पतन्तु Teale २३ |

Se प” a “SNe nn

PRMAaesc | FATT TAC ASCNATIC ATIVAN SAN | NIVEA ASS ASO AAL AAC INA |] 23

29

226 अमरकोषः |

माषादयः शमौधान्ये श्रकधान्ये यवादयः | प्रलयः कलमाद्या्च षष्टिकाद्याश्च पुंस्यमौ २४

NFA AIL IA’ AG PAA ATS ANAT AVAPA LM APE AITATS गड वसनस्य | 24

ठणधान्यानि नौवाराः स्तौ गवेधु गवेधुका TMA FIA स्यादुदूखल मुलूखलम्‌ २५

ईर | मेनाम रेणा इनस रे खनत वेर] TRG] दुर नुमनिमनत९| 25

प्रस्फोटनं श्रं Aw चालनौ तितउः पुमान्‌ स्यतप्रसेवो काण्डोलपिटो कटकिलिञ्जकौ २६ |

क, = RE OO OR Veal

11 SACS शपि | SHINS विसग मुस || 26

समानौ THAT पाकस्थानमहानसे | NUT MEAT: SIA AAT २७॥ SEVIS RCSL | बिस्त तमेव तमास 27

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ayaa: | 9११

श्रारालिका आन्धसिकाः खदा ओदनिका गुणाः | आपूपिकः कान्दविको भश्यङ्कार इमे चिषु ec

नोस तार] ने ष्परनाक

अश्मन्त Fata मधिश्रयणौ चुलि रन्तिका | श्रङ्ारधानिकाङ्गरएकव्यपि सन्त्यपि ee

44२८ SV INIA | CAVA गानि | WASNT SS AR | सत्वेषु EA |] 29

हसन्यप्यथ Gl स्यादङ्गारोऽलात AAA कौवे SATIS TET ना कन्दर्न्वा स्वेदनो स्तिथाम्‌ ६० |

रेवसमरितिमे सगा] NSANYAY TANS | spay पर्दा | टप ५८६] 30

अलिञ्जरः स्यान्मणिकं RATS गलन्तिका | पिठरः स्याल्यखा कुण्डं कलशस्तु fay दयोः ३१॥

SAAS ALAR ISO | २5६९ |

SESE RS) SUTIQNAS THN TE] 31

228 अमरकोषः |

घटः कुटनिपा वस्त्रौ शरावे वह्घमानकः। जो पं पिष्टपचनं कसोऽस््रौ पानभाजनम्‌ ३२ It 1 CPEERS | en मगसर ARS वनः 5 इत्‌] 32

कुतूः AA Seas सेवाल्या कुतुपः पुमान्‌ |

AAAI भाण्डं पाचमाे भाजनम्‌ ३३

TET YAN ENA] गु वहतश्च |

द्व्विः कम्बिः खजाका स्यात्तद्‌ दा ुहस्तकः |

अस्त्रौ शकं हरितकं शिप्ररस्य तु नाडिका २४ ण्‌ ~ += णा] उर. "(मासन

रसय सुतठनपदणा। तइनवक

TRA TTS AA || 34

ASIA कलम्बश्च वेसवार उपस्करः | तिन्तिडो कञ्च TAI Sala मथ AAA ३५

करक | SASSPTHAS | SAP ATANWTAE | EQNS ANAT TAS I] 85

वब्यवगः |

मरौचं कोलकं ATA धम्मेपत्तनम्‌ | MUA जरणोऽजाजौ कणाः HA तु जौ रके ३६ सर STATON) गग AHSAN YS | ESES WEE) उयाक्चन् पा S279" I] 26 CA CA

CX ^> ^~.

सुषवौ कारवो geat gas कालापकुच्चिका Veh शृङ्गवेरं स्यादथ च्छवा वितु्रकम्‌ so गते <स] TALS NSTN |

नवैर सरमे 349 | FAN ISATSTQ LAE I} 87

RGAE धन्याक मथ शुण्टौ महौषधम्‌ | स्ौनपुंसकयो व्व शं नागरं विश्वभेषजम्‌ उट | MEN TSN TS] LANTYSS HSS | सरवर SST SSA] AO GNA-THIACS | 38

आरनालक-सौवोर-कुल्माषाभियुतानि | अवन्तिसोम-धान्याम्न-कुञ्जलानि काञ्जिके SE | 1 | पुमा क्ष कीर $-ए्प |

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229

230 अमरकोषः |

सहखवेधि जतुकं वाह्धिकं दिङ्गरामटम्‌ |

तत्पचौ कारवो प्रथ्वौ वाप्िका कवरौ प्रथः ४०

BR AAS AS TARAS | A ee

5 TRA) SNA TT PAM] TRAKE A SAS |] 40 fatal काञ्चनो पौता हरिद्रा acafarat. |

सामुद्रं यत्त॒ लवण Aalst FATT तत्‌ 82 I

HAS ATASS | SILAS समास SCAT 41

सेन्धवोऽस्त्रौ शौतशिवं माणिमन्धच्च सिन्धुजे | रोमकं वसुकं पाक्यं विडच्च HAA इयं ४२ ता मह TAG HTR-GLG| सनम्‌

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> ¬ HSPSS HATA 0

सोवचलेऽक्षरुचके तिलकं तच मेचके |

मलस्यण्ड फाणितं खण्डविकारौ शकरा सिता ४३॥ 1 NA AAN Cay oT] TRYTSINSCS | AAS SOTR STAI 48

# NMS 2

away: | 231

करिका छौरविकृतिः स्याद्रसाला तु माज्जिता स्यात्तेमनन्तु निष्ठानं fest वासितावधेः ४४

ARN ual AN a >= | VATA AGN AA | |

BRASET AL A] कगसम्सुषत समनं कन] 44

श्रला कतं भरिचं स्याच्छल्यमुस्यन्तु पेठरम्‌

प्रणोत मुपसम्पन्नं प्रयस्तं स्यात्‌ सुसंस्वतम्‌ ४५ PINAL. Gage | रद्रि .q Fe Bsa |

TANTS LAAT ATS | ANAS SHASTA AIS EIS HAI] 45

स्यात्‌ पिच्छिलन्तु विजिलं dae शोधितं समे | चिक्रणं मरणं लिग्धं qa भावितवासिते ४६ (10111 (1 ATEN SATION SY] AVSLARL ATA |] 46

arom: पौलिरभ्युषो लाजाः पुंभून्नि चाश्षतम्‌ ण्थुकः स्याचचिपिटको धाना खष्टयवे स्तिथाम्‌ ४७

THA TSCAY A TAN] सदस भद TAA दवा ASNT | Se NOAM NAAR SRT AEST A NGS ^

* For 225'4% 2 + पशुस्‌" ५;१

282 अमरकोषः | पुपोऽपूपः पिष्टकः स्यात्‌ करम्भो दधिसक्तवः fara स्वो भक्त मन्धोऽन मोदनोऽस््ौ दोदिविः॥ ४८॥ ESTER TASCNASC | G25 GAYA AG | रनर एषम्‌ HAAS | मम्‌ प३२.१ GANG || 48 भिस्सटा द्ग्धिका सव्वेरसाग्रे मण्ड मस्तियाम्‌ | मासराचामनि्लावा ATS भक्तसमुद्धवे ४९ ALARA TENN] AMAT RTS | AINA SA AATAC | SAV aR AIST IE | 49

@ ~+ < | No `> «ॐ यवागूरुष्णिका श्राणा विलतेपौ तरला सा गव्यं fay गवां सव्व गोविड्‌ गोमय मस्िथाम्‌ ५० तनुर RRS AT | cial kaalbate ETQA ATA ATTA SE] NST ARTA | TAAL AGS BTSs |] 50 तत्त्‌ शुष्कं ATA दग्धं छौरं पयः समम्‌ | पयस्य माज्यदध्यादि चप्स्यं दधि धनेतरत्‌ ५१॥ Fey RF WR ATA भ] दमनी वप्पुरस |

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तमपपसुतलर्‌सगसा FYSTSAN AAA | 51

# For ye) Fox Rage |

वेश्यवगैः | छत asd हविः सपि न॑वनौतं नवोद्खतम्‌ | तत्तु हेयङ्गवौनं यत्‌ च्योगो दो दोद्ववं तम्‌ YR I GAAS QANIVTENAS] स्रव TACARTSIAAL | ASAE NS] गुर तिम्रि] 52 दण्डाहतं कालग्रेय मरिष्टमपि गोरसः! तक्रं चयदश्चिन्मधितं पादाम्वर्ाम्बुनिज्जलम्‌ ५३ | ASTER TTI | SHSTYAASA] TTS F SALAS] देनह] 59 मण्डं दधिभवं मस्तु पौयूषो ऽभिनवं पयः | आशनाया बुभुक्षा AT ग्रासस्तु कवलाथंकः ५४

विहतिः] वेदसार

वसनत RWSSE | TSE

सपोतिः eat तुल्यपानं सग्धिः स्त्रौ सहभोजनम्‌ |

288

उदन्या तु पिपासा aa तषा जग्धिस्तु भोजनम्‌ yy

^ 01 / SCRA STS | CA (>.

TIE AAS FAA

विद्य" ANAT SAAT ASAI 5/55 J] 55

#* पर्‌ द.ढे 2 30

934: RACH: |

जेमनं लेप आदारो निघसो are इत्यपि |

सौहित्यं तपणं afa: फेला भुक्तसमुज्‌ सितम्‌ ५६ | दिवव] FANART EASA |

ANIA तर दसनत दसत] VOSA AS IATAA |] 56

कामं प्रकामं card निकामेष्टं aafaa |

गोपे गोपाल-गोस्ख-गोधुगाभोर-वल्लवाः ५७

दिति TATAAS SETAE] तीथ समाससम मत

QRS SAT AC TACATC | VAR तमन SINS 57

गोमदहिष्यादिकं पादबन्धनं दो गवोश्वरे गोमान्‌ गोमो गोकुलन्तु गोधनं स्याद्नवां व्रजः ५८

TAA HAA | ALIA RA ANG STI TRA AT TEI EN ASS HE ANE |] 58

चिष्ाश्तिङ्गवोन न्तद्गावो यचाशिताः पुराः। उक्षा भद्रो वलोवदं Wal इषभो इषः Wye गवा स्मकयद्रकषक्षम नर] TSA BASSAS

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रेल तुर TAC ANT SS |] 59

# Bor Vang Raq ?

= श्यवगः |

श्रनडवान्‌ सौरभेयो गो रणां संहति रौक्षकम्‌ | गव्या गोचा गवां वत्सधेन्वो रव्वात्सकधेनुके Po

PSS TET) THTAAST TAT कमस 5226457] ANNA |] 60

SU महान्महोक्षः VATZalaey जरद्गवः |

उत्यन्न उक्षा जातोक्षः सद्योजातस्तु तशेकः ६१ BrrTaqarsy | SVS a नोर

भवा क्क्ष. AT 285 61

WHA वत्सः स्यादम्यवत्सतरो समो

ATR: षण्डता योग्यः षण्डो गोपतिरिटचरः &२ गरि नहित्रार नासन रिदा] PASH SACHA SA | सरणम्‌ AEA |] 62

स्कन्धप्रदेश्स्तु वहः साला तु गलकम्बलः |

स्यान्रस्तितस्तु AMA: प्रष्टवाद्यगपा शगः SB

शुर NA FAINT HA | सदत सेना GAA SHAT RMA] HAAS ANA] 9

285

286 अमरकोषः |

युगादौनाच्च वेाद़ारो युग्य WAIT शकटा; |

खनति तेन तदोढ्ा.स्येदं हालिक सैरिक &४

नार GCOS SSS] वेर र्थि दम. IES ASG | सर SIV MS IVAT 341 AMAR AIS RANA S I] 64

धुव्वेहे yar धौरेय धुरौणाः धुरन्धरः | उभावेकधुरौशेकधुरा वेकथुरा वहे ६५

sarge PABA SSS | गस्नास्नागी RS SAYA | SPHSTASAYAN AAA |] 65

तु सव्वेधुरौणः स्याद्यो वे सव्वेधुरावहः |

AVA सौरभेय Wear माता wheat गमवर देगत्मितनर | (णम ART SS Sr | THATS HS A] ४53१८ ARIA] 06 अज्नन्यष्या रोहिशौ स्यादुत्तमा गोपु नैचिकौ | वणादिभेदात्‌ संज्ञाः स्यः शवलौधवलाद्यः FO |

REFER NG AHR] TIARAS 87] Agar sy पि ae | LST STA AANA! |] 67

A Faqs: |

facraat farat गौरेकाब्दा त्वेकहायनौ | चतुरब्दा Aquiawa weer बिद्ायणौ ee

TRAC ORNS | SSAC AISA AI 08 वश्ष बन्ध्या ऽवतोका तु खवद्नभाथ afarait | आक्रान्ता TANITA वेहद्गभेपघातिनौ seh

AQ AS ACTA | एदा Aad | तरतमता | VFTABCSA |] 60

काल्यापसर्य्या प्रजने प्रष्ठौही बालगभिणौ | स्यादचण्डो तु सुकरा बहखतिः परेष्टका Oo

SAP GT ARN AIL SAA | ab SSR TAINS] WER AVA | Ta AS |] 70 aw

fara वष्कयणौ धेनुः स्यान्नवसखतिका | सुव्रता सुखसन्दोद्या पौनेाध्रो पौवरस्तनौ oz |

पु | SFAQINA HAT er Ww RANSRFaRSR A] sagragesa aad y| 71

287

938 अमरकोषः |

द्रोणक्षौरा द्रोणद्धा धेनुष्या बन्धके स्थिता समांसमौना सा यैव प्रतिवषं प्रखयते Or

सिवता सस नसे गेम 354] ATS ESA | TABS ACNS HAI] 72

Bue क्तौवमापौनं समो शिवककौलकौ | नपुंसि दाम सन्दानं पशुरज्जस्तु दामनौ O8

WISTS | ARVAA GEAR कुप A AFA TAIRA | SARA eA] at las

वेभ्राख-मन्ध-मन्धान-मन्धानो मन्यदण्डके | Hatt दण्डविष्कम्भे मन्धनौ गगेरौ समे ७8

YTITYTGEASTS] YTASETT A | NTA TAT SS | EN NTAA EN ASCA i 74

VE कमेलक-मय-म ाङ्गगः करभः शिशुः | करभाः स्यः WFAA दारवैः पादबन्धनैः ७५ |

मर्मर तिग्सन्मय। EQ महे ते|

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वेश्यवगः | 289

अजा AAT स्तुभ-च्छाग-वस्त-च्छगलका अजे | मेद्रोरसोरणोणयु मेष दृष्णय रड़काः Og |

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Rag HS SHC PAMAS AGEN GN इगन्तः] REYES APTI] 7४

उष्रारमाज इन्दे स्यादोष्टकोरमरकाजकम्‌ | GRATE बालेया रासभाः WAT खराः ७७ > 0 ०0 ^> 11111, a7

वैदेहकः साथैवाहे नैगमो वाणिजो वणिक्‌ पण्याजौवो दापणिकः कयविक्रथिकश्च सः oF MAINA AT AT TINS S™ | दनद] FSS |] 78 विक्रेता स्यादिक्रयिकः क्रायक-क्रयकौो समो वाणिज्यन्तु वणिज्या स्यान्मूल्यं वस्रोऽप्यवक्रयः 9<€ | RATA A] कृतणेणमुर्स।

SETAE AG) RAS IGAT TINT] 70

* Omit 5" |

240 | अमरकोषः |

नौवौ परिपणं मूलधनं लाभोऽधिकं फलम्‌ | परिदानं avant नैमेय निमयावपि ८०

++ (++ | TL AYAAAIN TSF TRA HARUN AT IQNAS | AE TACG AGN AG |] 50 qarqufafuaia: प्रतिदानं तदपणम्‌ |

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क्रये प्रसारितं क्यं कथं कतव्य-माचके ८९

AN QA ABAN ATI AG | सरकस्य | SOROS SNA] TPATASAAR SAG |]

विक्रयं पणितव्यञ्च पण्यं कय्यादयस्तिषु |

ala सत्यापनं सत्कारः सत्याकछतिः स्याम्‌ ८२ +> 1 ANSI] 11.

विपणो fama: agi: स्ये wren fay fanaa: aac सर्व्वाः संल्येय-संख्ययोः ८३

ARCTACS AIAN] ANSARI ISS ANN | SAAN AAS, TS] IRANIAN! |] 83

वेश्यवगैः | 241

संख्यार्थे दिवहत्वे स्त स्तासु चानवतेः fas | Ga शतसहस्रादि कमादशगुणोत्तरम्‌ ८४

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EASING AS] 11 RRS AH AC TOMAS] AP Rarag aways || 8५

यौतवं saa पा्यमिति माना्ैकं चयम्‌ मानन्तुलाङ्गलिप्रस्थेगन्ञाः VATA ८५ `

र्दयदतेतदतठेनम्पमतरर्ख] SHAH SAAN GS | BEAST INARA A] TS BSATA GI] 85

ते षोडशकः कर्षेऽस्त्ौ पलं कषंचतुष्टयम्‌ | सुवोविस्तौ Vasa कुरुविस्तस्तु तत्पले ce

FIANAT HANNS | समवस AYIA PSG पनरे ANA QEANG कमासिर सवामी] TST SAAS |] 86

तुला स्थां पलशतं भारः स्यादि शति ean | शराचितं दशभाराः स्युः शकटो भार आचितः ८७

QOS 55 PRAGA | ARR TERS 5 87 a 1 = (~>

249 VATA |

कार्षापणः काषिंकः स्यात्‌ काषिके atta au: | अस्ियामादकद्रोणो खारो वादो निकुच्चकः

MS वर्त | acarna Se Sapam

^. | (>~ ~

समदते] WGSITIC HTS IAN 9

कुडवः प्रख्य इत्याद्याः परिमाणाथेकाः TIT | USCA भागः स्यादंशभागो तु वण्टकः Te

i | ॥1 4/9. | प्य AEA SAAT AT | गर प्र मै पति सपम्‌] SSTSVN AAA || 80

द्रव्यं वित्तं स्वापतेयं रिकृथण्टकूथं धनं वसु |

हिरण्यं द्रविणं यु्रमधे-रविभवा अपि॥ co ENTER IATA] दुर तमनेन रि म्र 1 ^+ स्यात्‌ कोषश्च हिरण्यज्च हेमरूप्ये HaHa |

ताभ्यां यदन्यत्तत्‌ कुप्यं रूप्यं तद्वयमाहतम्‌

मनर रमन पसि गड्गस 51 कन दु पदि | 1.

वेश्यवगेः | 248

गारुत्मतं मरकतमश्यगभ दरिन्मणिः। Mad लाहितकः पद्मरागोऽथ मौक्तिकम्‌ ee

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सथ] SHTAEF IT |] 92

SPAS NTTTA TAS | FR RaRRSRRT AGI) CENTS मुक्ताय faa: पुंसि प्रवालं पुनपुसकम्‌

ta मणिदयोरश्मजातो मुक्तादिकेऽपि 8 FANT HANS GNIY | तै <ये RGSF AT सपरा FYNASTASARNAE | 93

aw qaw कनकं हिरण्यं हेमहाटकम्‌ |

तपनौयं शतकुम्भं गाङ्गेयं भस्म RATA <४ ANAC ACA TAN] RESHUANSOAATANA | ALT TAN दकु ANY HS | SSAA RSNA YA] 94

चामौकरं जातरूपं महार जतकाञ्चने | रकं MUSE जाम्बनदमष्टापदोऽस्ियाम्‌ ९५

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244 HATH: |

FIST सुवणे' यच्छङ्गगैकनकमित्यद्‌ः |

द्‌ वगो" रजतं रूप्यं eat Aafaafy ed

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SEAT RFSFACACASC मे] तरनगे] 96 3

tifa: स्वियामारक्रुटो स्ियामथ ताखकम्‌ |

qe म्लेच्छमुखं द्य्ट-वरिष्ठोदुम्बराणि cot

रय समरामि बमन 1111 (+ णि >

लो होऽस्त्रौ शस्त्रकं तोषणं पिण्डं कालायसायततौ अष्मसारोऽथ AIT सिधाणमपि तन्मलले ee 6411111 सथेकरयदेवभ। सद्गणम्‌ ®

aa स्यात्तेनसं लौहं विकार सत्वयसः FU क्षारः काचोऽथ चपलो रसः Aa पारदे ce

AAT SF IAT SYN तगं गस] SINT कु SAVANE वकि,

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गवलं माहिषं ssaya गिरिजामले। ख्लोतोऽच्ननन्तु सोवोरं कापोताच्ञन-यासुने १०० yaya शतरि] इर Ay args |

SrA HATTA) AaHA TTF Arg9 I! 100

तुत्धाच्जनं शिखिग्रीवं faqaa मयूरके। करौ दाव्विका RIANA Ge रसाच्जनम्‌ १०१

11111 SRSrargeysry 577 ASS AN SRNR AG | PAR STH AA > 101

रसगभ ताश्यश्ैलं AAA तु गन्धकः।

सौगन्धिकश्च चक्षष्याकुलाल्यो तु कुलत्थिका १०२

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रौतिपुष्यं पुष्यकेतु पोष्यकं कुसुमच्जनम्‌ पिच्ञरं पौतकं तालमालच्च हरि तालके १०३ |

SHAH TA STS] TATARTHAAPA ANAL Seraraly FAFA 108

246 रमरकोषः |

aaa गिरिजमश्मजच्जे शिलाजतु | वोल गन्धरस प्राण पिण्ड TWA AAT: समाः १०४ 037. | दु्ीसवैर्वरहनदि

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AIR =-35.हगउञ५६'] वीर युवी 2.8 || 104

दिण्डौरोऽिकफः फेनः सिन्दूरं नागसम्भवम्‌ | नाग सोसक MAT वधराणि चपु पिच्चटम्‌ १०५॥

तुर चह्षश्च] AA |

1 सि end

मनात SANSZA VR | 595 |] 105

रङ्गवङ्गप्यथ पिचुस्तलोऽथ कमलोत्तरम्‌ |

स्यात्‌ कुसुम्भं वहि शिखि महारजनमित्यपि १०६ 1 Sana'a gy | Faarseqpsargely | VHA ASS STA] EMTALA |] 106 मेषकम्बल ऊणायुः WA शश्रलोमनि |

मधु ale माक्चिकादि मधुच्छिष्टन्तु सिक्थकम्‌ १०७

PARANA GAA | YORCHCA RG NAIA CA ^~. HOSA ACS YSN || 107

` ॐ, qaqa: |

मनःशिला मनोगृत्ताः मनोह्वा नागजिद्धिका | नैपालो कुनरो गोला यवक्षारो यवाग्रजः १०८

< ~

नवर ससद स] सर्द -मदतिमुग्‌ह कीर | AATWINAAASA || 108 [वा ^ RN

पाक्याऽथ सजिंकाश्षारः कापोतः FAIA: | सौवचलं स्याद्रचकां ARNT वंशरो चना १०९ | वथ रेवस। VSG!

75८९, ] - 7-4= उव || 109

श््िजं श्वेतमरिचं मोरटं मूलमेश्षवम्‌

ग्रन्धिकं पिष्यलोम्‌लं चरिकाश्िर इत्यपि ११० HLANSTN TTR | शि्इततुरतर।

AHO SATASS| SEMIN GNANCE I] 110

MAA FAR ना VAS रक्तचन्दनम्‌ |

fag sow व्योषं चिफला तु फलचिकम्‌ १११ इति वेश्यवगेः

गतिर दवुनतदिन्च] A] THOR STATA |

STAGE YEA | Qgergayyary erry पा मसग |

247

Wea: | NS --> नन श्रद्राश्चावर वर्णश्च ठषलाश्च जघन्यजाः | MARTA ARIAT AATATATSA:

RSNA NN OS'S TY ARIS ATN ASS वदनत] SAVANE SSAA MANTA STA SAAS | HFCL STAIRS OPS] 1

श्रुद्राविशोस्तु कर णोऽम्बघो वैश्यादिजन्मनोः | श्रूद्राक्षस्तिययोरुग्रो मागधः शचियाविश्णेः (1 11

RAID SCAM ARAN AA | उ्पसरतकोन द्वस मादिष्योऽययाँक्षविययोः छत्तार्य्याश्रद्रयोः सुतः

ब्राह्मण्यां ्षचियात्‌ aa mai वैदेहको विशः

ar p-FANMBT HAAR | 0 | RATS HAAS AGA | AW ESTAS SA'S |] 3

द्रवगेः | 249

CAAT मादिष्यात्‌ करण्यां यस्य सम्भवः | स्याच्चाणडालस्तु जनितो ब्राह्मण्यां sata यः वैरमारभते] कमममर

bes MAAN GAS | INST SS ALAA || 4 कारः fret सं हतै स्तेद योः श्रेणिः सजातिभिः | कुलकः स्यात्‌ FAAS मालाकारस्तु मालिकः ५॥ दरन्यन्णत रवर] ASIAaA sHrarspser Nas | तैसफजस्मन ITA AAS | RAZA RASA दर] SV HATH AT ALA T |] 5 कुम्भकारः कुलालः स्यात्‌ पलगण्डस्तु लेपकः | तन्तुवायः कुविन्दः waaay सोचिकः | इनवनात्मनः मम्‌] GAIA AAI "करतुना APSA ARGS | AST TAACAN ASA रङ्गाजौवशिचकरः शस््रमार्ज्नोऽसिधावकः UCHIHA स्याद्योकारो लोहकारकः

रासद] ASS ARFACSN AAAS |

BANARAS SH TANS ARS | दिगस रतरा AISA | 7

* is the reading in A.S.B. copy. 32 |

250 RATA: |

नाडौन्धमः SURAT कलादो रुक्मकारकः | स्याच्छाङ्किकः काम्बविकः लिक स्ताम्रकृट्रकः॥ > | बास ARGC कपास" | सपरत पुप्णुन्‌ | ACSA Scare |] 8 तक्षा तु वद्किरू्वष्टा रथकारश्च काष्ठतट्‌ |

ग्रामाधौनो ग्रामतक्षः Rea ऽनधौनकः |

वे SRG वर त्वेत ARAYA >+ Say GAy ARS | *GaRASCA BN -GSANRA| BATSRSISC 4 Fas GI] 9 att मुण्ड दिवाकौत्ति नापितान्तावसायिनः। निर्णेजकः स्याद्रजकः शौ ण्डिको मण्डहारकः १० कगसप्मश्ेनपणमतरसनावस] ममरस SVARCAS STARA) दद मन्दर वम्]] 10 जावालः स्यादजाजौवो देवानौवस्तु देवलः |

स्यान्माया शम्बरो मायाकारशतु प्रातिहारिकः ११ 0

YAT मपय छै 3९7 ससर पू || 11

* धु" for BX 2

a ~ ~ - -------------~ `

WAM: |

शैलालिनस्तु TTA जायाजौवाः AAA: भरता इत्यपि नटाश्चारणस्तु FATATAT: V2 I

१0111 1111 TAS QNISSCS | FASTEST | 12

मार्दङ्गिका मौरजिकाः पाणिवादाल्तु पाणिधाः। amg: स्यव्वेणविका वौणावादास्तु वैशिका १३ निउ वनतः TAS | TAC S AOAIAR || 13 Taran: शाकुनिको दौ वागुरिकजालिकै वैतंसिकः कोरिकश्च मांसिकश्च समं चयम्‌ १४ | AB THTAL TIGR मैस] SHC THA दलककत वलम] LAY 14

waa ग्डतिमुङ्कम्मेकरो वैतनिकोऽपि a: |

वात्तौवदो वैवधिको भारवादक्तु भारिकः १५॥

भग्र SSA] FAVAS TANG | AR केकर वुन्‌ य| (नदत |] 15

251

252 ्रमरकोषः |

विवशः पामरो नौचः UTA परथग्‌जनः | foretell ऽपसदो जाल्मः श्ल्लकश्चेतरश्च सः १६ RAIN AS SAPS ANAS | NAVAL STATA | CAT SNSTATN EAS | SVTACTANT AQ ] 16

सत्ये दासेर-दासेय-दास-गोप्यक-चेटकाः नियोज्य-किङरप्रेष्य-सुजिष्य-परि चार काः १७॥ वितर नरर द] YSCAPRTETAS OM GANAS रहनाश्च र] तरस्तग पनर्वसु 17

पराचित परिस्कन्द परजात परेधिताः।

मन्दस्तुन्दपरि आलस्यः शैतकोऽलसो STAT: १८ पगम Sar tgs | AAT SV वतरपातिमवोक्सवश्मीरस | पुत्रयो AAA) STASI 18

Za तु चतुर पेशल पटवः खत्थान उष्णश्च | चण्डाल सव मातङ्ग दिवाकौत्ति जनङ्कमाः १९ SPVT BRFSS | SNACE IE ET SCA | 9.

* For २५९ ` + 2

WHat: |

निषाद पचावन्तेवासि चाण्डाल FRAT: | भेदाः किरात शवर पुलिन्दा भ्लेच्छनातयः Ro

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RATAQS ASRS] (कदस ATSC STATA | FOGATAO TAHA |] 20

~ ~ Ly व्याधो खगवधाजोवो शगयुलंब्धकोऽपि सः कौलेयकः सारमेयः FHT शटगदं एकः २१

वैरकि पाक्ष नाक ट्त्व | पिद विन्िुगसय तेर्‌! दिगा SAAS | 21

शुनको भषकः AT स्यादलकंलतु योगितः। श्चा विश्वकद्र खेगयाकुश्लः सरमा शुनो २२॥

SAM AREF IAIN GAIA | हर क-वर्ग | VST ST SES AAG I 22

विट्‌ चरः श्रकरो ग्राम्यो THT स्तरुणः पशुः | आच्छोदनं BAIT स्यादाखेटो saat स्याम्‌ २३

PTAA ICANT] दवारम MENS AAT SCS | EVR ATS SS A |] 23

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* For 3% 2 + For #42 |

253

254 अमरकोषः |

दश्िणारुलंज्योगादश्िणेम्मा कुरङ्गकः |

चैरोकागारिक सेन दस्यु तस्कर मोषकाः २४

TAN IN RTT ANY SAY |

NF ATR TASTE वनानि तर] ICASSP ARATE! I] 24

प्रतिरोधि परास्कन्दि पाटच्चर Afaaan: | चोरिका स्तन्य Seat सेयं लोप्॒न्तु तद्धनम्‌ २५॥

SATA ANE] ARAN AES SATIS AF ENT ASS FING | `

~~)

वौतंस स्तूपकरणं बन्धने खगपश्िणाम्‌

उन्माथः FETA स्यादागुरा गबन्धनौ २६

तोर | TR SANT RAS |

दतु सपनद निर LATIN GET ररर 22८ J] 26

शुल्वं वराटकः wat तु रज्जु स्तिषु वटौ गुणः |

उदरारनं धटौयन्त्रं सलिलो दा इनं प्रहेः २७

FARTS] TAT YS TATE |

उपरम | 01 |]

WEA गै 255

पुंसि वेमा वायदण्डः खचाणि नरि तन्तवः | वारिव्यैतिः feat तुल्ये पुस्तं रेष्यादि कम्मणि र८ |

ANS IPSC LARA | parargy ays | QATAR SS सम्‌ | SANGALO STA STU i 28

पाञ्चालिका पुचिका स्यादस्तदन्तादिभिः कता | पिटकःपेटकः पेटा negara विहङ्गिका २९ |

कुवास 25 AGA ATS] SSSTEPSP PRAIA OIST'AI | TARAS ACSA ATSC | 29

भारयष्टिस्तदालम्बि शकं काचोऽथ पादूका। पादृरूपानत्‌ स्तौ सैवानुपदोना पद्‌ायता ३०

FAN RA वनन वेर त] देसंस्‌

TAN SIN ASA ASAHI | AACN ARC AANA RATA | 30

नद्धौ Agl वरचा स्यादश्वादे स्ताडनो कशा |

चाण्डालिका तु कण्डोलवौणा चण्डालवल्लकौ ३१ |

वस नर्ण दि | 0 |

SENECA AT |] 31

^>. >~ ^~.

256 अमरकोषः |

नाराचौ स्यादेषणिका शणस्तु निकषः कषः | व्रश्षनः पचपरशु रोषिका तूलिका समे ३२

नपर WAST TPA | BAAN | APPS ATS || 32 ~ ~>.

तैजसावत्तनौ मूषा भस्त्रा चम्ेप्रसे विका श्रास्फोटनौ वैधनिका कपाणौ AIT समे ३३

AR SFQIN AEN APA |~ वरवर्णिनि नर] पाक्ष ARS ON'9A | SHAPNEAGTAS |] 33

SALSA SARS SH पाषाणदारणः। HAAG करपच मारा चम्बेप्रमेदिका २३४ | वीरय मवै ददिसन] (गहर ्दपनव| REY VASA TSA IFAC | WATT ORARV SSE 34

x सम्मो wut लोदप्रतिमा शल्यं कम्मे कलादिकम्‌ | प्रतिमानं प्रतिविम्बं प्रतिमा प्रतियातना प्रतिच्छाया ३५॥

कग क्रम HTT AN TSN | उदस्‌. सनाह्। गडमसमाड्गसनमपे त्‌ BSNS NAT]

Wa: | 257

nfaafazat पुंसि प्रतिनिधिरूपमोपमानं स्यात्‌ | वाच्यलिङ्गः सम YAU AEA: सह शः VET ३६

इसरवास] STROH तवन |

FEV IASI सवकमर म्स] २९२ | 36

साधारणः समानश्च स्युरुत्तरपदे त्वमो |

निभ-सङ्घाश-नोकाश-प्रतोकाशेपमादयः ३७

रप्वनावे 35९२] वेदना. HAAS sass | AL TASN EAGLES | TATA Ora |] 7

कम्मेण्या तु विधा-खत्या-ग्टतयो HA वेतनम्‌ | भरण्यं भरणं मूल्यं निर्वेशः पण इत्यपि ec |

ANS HVS LFASS | TST SS TTASS | नन | SQ5T RTE I] 38

मुरा हलिप्रिया हाला परिखुदरुणात्मजा | गन्धात्तमा-प्रसननेरा-कादम्बग्येः परिखंता ३९ तवत] FAA AINE SAT |

= AAS | MYTAWS ACA YA || 39 CA

30

268 RATHI: |

मदिरा RUA चाप्यवदंशस्तु भक्षणम्‌ | शुण्डापानं मदस्थान ATA मधुक्रमाः॥४०॥

सस ठतग AVANT] पवतदुष्गस सतस ERALELAY AGE AA NAS | २३. नोर | 40

मध्वासवो माधवको AY माध्वौकमदयोः। मैरेय मासवः Why MSA जगलः BAT ४१॥

Ty MOSES SA] NARHA ELA TSA

HAW ALA STES | QVSLAANS AS] NSCS] + सन्धानं स्यादभिषवः किण्वं पुंसि तु AAR:

कारात्तरः सुरामण्ड श्रापानं पानगोष्ठिका ४२॥

# क्सरन्‌ | कर [ववि श्वत] करर मार्रं 4 VARS पानपा चं सरकोऽप्यनुतषेणम्‌ | ूर्तोऽक्षदेवौ कितवोऽषधूत्तो Para समाः ४३

4131 ~.

Za गः 259

स्य॒ लंग्रकाः प्रतिभुवः सभिका दूतकारकाः। द्यतोऽस्ियामश्वतौ कैतवं पण इत्यपि ४४ सितम मेनन | ARTAQ TSS AEG |

Le OO

GESAAFHTAISAS | TFUSCT EAN || 44

पणोऽकषेषु WESATe SAAT: पाशकाश्च a | परिणाथस्तु शरौणां समन्तान्नयनेऽस्तियै ४५ APN AS] ARs ^ 441 RESTART ARSE BTARS | AGAR AL-TOGG || 45 AVIS शरि फलं प्राणिदयूतं AAA: | उक्ता भूरिप्रयो गत्वादेकस्मिन्‌ येऽच योगिकाः ४६ RATS AINAC GaN | ATA OHA दर| ASAT AAA AANA SA || 46 ताङ्धमम्यादन्यतो उत्ता a लिङ्गान्तरेऽपि ते ४७ दधिसकसनानेनभिप्पर AST] SAAT सरस ANATAIR'Y |] 47 इति श्रद्रवगेः | दूत्यमरसिदञ्तो नामलिङ्गानुशासने | श्रम्यादि दितौोयकाण्डः समाप्तः RASTA YL BAS | विदितमेव CAS yan a CARESS AY BAT YAS TANT AAA HIS GNA

^

प्राशिवगंः | विशेष्यनिघ्रैः as नानार्थे रव्ययैरपि | लिङ्गा दिसंग्रहे व्वर्गाः सामान्ये वगैसंञ्रयाः १॥ at 3 $ ०) “I ae 3 | AVA IZA TT BAN eqaysac gga] FTersrscss Seay ys SEVEN AN SLT ङस] SAH ANAS सस 1

Mara यंदिशेष्यं यादशैः प्रस्तुतं ae: | गुणद्रव्यक्रियाशब्दा स्तथा स्यु स्तस्य भेदकाः २॥ THOQSAS ASIN | एरवर्उममेमार सरद] FAIS HN | WeSF ESRC TAA AT तेप AAAS TANS] 2

सुतौ पुण्यवान्‌ धन्यो ALG ALTA: | SCAG FEA महोत्साहो महोद्यमः ॥-३

AINA INAS AN SR ACB | SAAC ANAS | | PSV नर पदग्‌ स्वकर] 2

प्राणिवगेः | 261

gate निपुणाभिज्ञ-विन्न-निष्णात-शिशिताः।

वैज्ञानिकः HAGE: छतो कुशल इत्यपि BNSF A सवव AVAGS] SABER TINGS ESO R SOAR SAS | रयो लेस ण] TAG | +

पूज्यः प्रतौश्यः सांशयिकः संयापन्नमानसः। दक्िणौयो दक्षिणां as cfaw इत्यपि ५॥ ` +) FAN दैवपर | RATANSCS ASLAN AS] FASTA AN EAS |] 5 सयु वेदान्य-स्यूललश्य-दानभेण्डा बहुप्रदे

जैवाठकः स्यादायुष्मानन्तर्व्वारिसतु शस््रवित्‌ SAS SCA TI EATAS | SRA SARC WHROAS ACS SHA] GSR SAC ALS TSA |] 6 परौक्षकः कारणिको वरदत्तु TATA: | हषेमाणो विकुर्व्वाणः प्रमना हष्टमानसः |

सुगमम्‌] दमन RANT BR SIA SEY पन दवे] सेढ 7

262 BATH: |

दुम्मेना विमना अन्तमेनाः स्यादुत्क THAT: |

दक्चिणे सरलादारोौ सुकला दाठभोक्तरि

WF CFNANCSSTATAT] | A SLTAN ACN SSE | ara RCAC GAGS] STAs SAARI] 6

तत्परे प्रसितासक्ता विष्टार्थोदयुक्तं उत्सुकः |

प्रतते प्रथित-स्यात-वित्त-विन्नाल-विश्रुताः FHA RASAN ACEH] AFAR ASFA रब शवर | GN BS HANAN SS] AASB SSTGN SATEEN || 9 गुशैः प्रतौते तु कतलक्षणाहतलक्षणि

इभ्य श्राव्यो धनौ सामो aac: पति THAT १० WSFA हे] रन पतेन सतर मनकर्‌ 34 | FABFASA BA WHFFSA] ASSTASIC AAAS ACY] 10 afay नायको नेता प्रभुः परिद्डाऽधिपः।

अधिकञ्धिः aay: स्यात्‌ कुटुम्बव्याष्रतस्तु यः ११॥

(एरका 5 लि ता (05, 1 RE lM “nN QR

BAR ARAN aTA HN] SATS GATA ASC || 11

प्राणिवगेः | 968

स्यादभ्यागारिक afaanntufe पुमानयम्‌ | वराङ्गरूपोपेतो यः सिंहसंहननो fe a ee

BA RASA ANTS | WAST मतान TST | सष्ठ मै FAA || 12

निवाय्थः कायथैकत्ता यः सम्पन्नः सत्वसम्यदा | अवाचि मूकोऽथ मनोजवसः पिद्सन्निभः १३

EMSS तयन] IQESVAQNAS SSA |

PUSS AINA नीमा रद] 18 सत्‌क्त्यालङ्तां कन्यां यो ददाति HRs: | लश्सौवान्‌ लश्छणः Blea: ओरौ मान्‌ far वत्सलः १४॥

ARIAS LF SAV IT FANS मपरेसमातैम परः BS SCI] 14

TATA: कारुणिकः कपालः खरतः समाः

MAASAI: AC WH निरवग्रहः १५

AS TAIN ESCESS | Ra RSS TASS AVIA

सर करप वदना ATCA | ROAIG MAHAN ASO |} 15

264 अमरकोषः |

परतन्त्रः पराधौनः परवान्राधवानपि अधनो निघ्र आयत्तोऽस्वच्छन्दो द्यकोऽप्यसे १६ गान तिकि तदवि | रवसे रगत ८२.९9 SHI] 16 खलपूः स्यादहकरो दौ घंच शिर कियः। जाल्मो ऽसमौश्यकारो स्यात्‌ कुण्ठो मन्दः कियासु यः॥ १७॥ BATAAN SS | तमनु EAITASYFAC SS] ARAN ESSC SITS SAVANE SAP 1 कम्म क्ष मोऽलङ्कम्मोँ णः क्रियावान्‌ कम्येखद्यतः | काम्मेः HUM यः कम्मेश्ररस्तु AUST! १८ | AST ASTANA डर 55 sy ठु5 567६६ MATA AT SIA A'S" | 18

A

भरण्यभुक्छम्मेकरः कम्मे कारस्तु तत्‌क्रियः। Bara Arata अ्ामिषाशौ तु शौष्कलः re

सतीं कत SFIS TANS | BATSON ISAS

AN ANASS GANA | MAN SO ASSACS |] 19

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* For न्न ?

प्राणिविगेः | 266

बुभुक्षितः स्यात्‌ afuat fara रश्नायितः | परान्नः परपिण्डादो भक्षको घस्मरो SAT: २०

PAINASATN 34] SAQaS NGS SA दविस | दकम्‌ 20

आद्यूनः स्यादैादरिके विजिगौषा विवज्निते | उभावात्मम्भरिः कुक्षिम्भरिः स्वोद्रपूरके २१॥

PAN AN कतनत 9G EN STAG G | BATAAN SS SS ATCA | SATASAMN=A4 |] 9

सर्व्वा्नौनस्तु सव्वान्रभोजौ Dey Sa | लब्धोऽभिलापुक MUP GAT लालुपलालुभो 22 A

MSNA INAS) ARV SHEN, AL STAC | FRFAAVACNH SAAS | ALTARS SAWOWC'AAS || 22 उन्मद्‌ स्तन्मदिष्णः स्यादविनौतः समुद्चतः।

मत्ते शोण्डोत्कटक्छौवाः कामुके कमितानुकः २३ ५५८९९ | मनभष सलि

SANT AA ररव] SANATARY SF IFLA I] 28

34

266 अमरकोषः |

कम्रः कामयिताभौकः कमनः कामनोऽभिकः। विधेयो विनयग्राहौ वचनेस्थित आश्रवः २४ BAN BS | STAI] 24 |

aya: water निष्त-विनोत-प्रशिताः समाः | ve ष्णग्विथातश्च प्रगल्भः प्रतिभान्वितः २५

RAR AC ACAI SV SIA | GAA Aa SSa LP RSCA | SAGA YAS 34 4ST रत्‌ |] 25

weve तु शलौनो विलक्षा विश्मयान्विते |

ANT HALAS भो रु-भोरुक-भोलुकाः २६ | दरवद रसद] मरक तेस्‌ AEN 1

AEA रमु AEN 754 रस" || 26 | आशंसुराशंसितरि wears ग्रहौतरि

FST ASA युक्तं पतयालुस्तु पातुकः Po

दत सेमसपम्‌ ANG | तिमठनसतिनतमस््‌।

CESAR CRANES) दरद ररम

प्राणिविगेः | कः 26१7

AAT शौ लेऽपचपिष्ण Ie रभिवादके |

शरार घातको fea: स्याट्‌वदिष्णा्तु asa: रुष गा3नात्मतर शु] TNS ACR दु] सिवि्पिनरमर IF AN || 28 -

उत्यतिष्ण स्तृत्पतितालङ्रिष्णस्तु मण्डनः |

भूष्ण भविष्ण भविता व्तिंष्ण व्यत्तनः समै २९

(ज 1 श्वर परदुः] दिर ARATART ARTS 29 निराकरिष्णुः fay: स्यात्‌ सान्रलिग्धस्तु मेदुरः |

ज्ञाता तु विद्रो विन्द्‌ विकासौ तु विकस्वरः ३० दनव] स्नापनम्‌ ना नद| वस्त ETSIF STARS | कुमर कौकनर कुफर पाक्‌ |] 30 विष्धत्वरो विरूमरः प्रसारौ विसारिणि

सदहिष्णः सहनः छन्ता तितिक्षः कछषमिता aati ae | गौर TAN TRS कतर] FAN AAS |

AFA] NANT मुस्र] FY VEIN ATA AIG |] 31

* For 28 2 + 5B

268 परमरकोषः |

कोधनोऽमषंणः को पौ चण्ड शत्वत्यन्तको पनः | जागरूको जागरिता धूशितः प्रचलायितः इर गुम ATT AIA) BVA SS स्वरव] BAAR TASAT FARIS |] 32

ana ware निद्राल्‌ निद्राणशयितैौ समी

परा ङ्ख पराचौनः स्यादवाडङग्यधोमुखः ३९ 1

RITAAT ACS GAARA STERN] ARAN EMAN IGA IAA | ayy SASS RAS | 33

देवानञ्चति दैवद्यंडः विद्य डः विश्वगच्चति |

यः सहाञ्चति सध्येड्‌ तिय्यङः यस्तिराऽच्चति ३४ हव्यस्य] श्किगससनुरणु्न्‌ त्‌ | TST RA SSN IST | 55 करर मेरु ANAT |] 9५ वदो वदावदो वक्ता anita वाकूपतिः समै वाचोयुक्तिपट्‌ वाग्मो वावदू कश्च वक्तरि २५

सुव SEN AA | एकरद वगो व्दगु महर)

AR BAAN A SAAS | 85

प्राणिवगेः |

MATH वाचाला वाचाटा TETAS | que सुखराबडमुखौ शक्तः+ प्रियं वदे २६ ABA ARAN ATASSN SS | SERIO THN SINT PEF SATSA RASC] FASO SAR AN Y'SF AI] 36 ACT: स्यादस्फटवाग्‌ गद्यवादौ तु कददः |

समो कुवादकुचरो स्यादसोम्यस्वरोऽस्वरः BON STATS GTA INA] ALT ACA CT HATS | ARTS NAT A TINY |] 37

रवणः Wat नान्दौवादौ नान्दौकरः समो | TI Tera वक्तु ओतुमशि्ठिते इट र| SIV YISIN ASE AGC

ASPEN श्रीमत] SVESTETSS STAIN |] 38 तूष्णोँशोलक्तु तूष्णौको नग्नोऽवासा दिगम्बरे | निष्कासितो same: स्याद्‌ पध्वस्तस्तु faa se TPT RATA STATES NTA PACHA AINAA | AFFATHCA YO |] 30

* We इति पाठान्तरम्‌ |

269

270 अमरकोषः |

आत्तगर्व्वो ऽभिभूतः स्याहापितः साधितः aati ` ` प्रत्यादिष्टो निरस्तः स्यात्‌ प्रत्याख्यातो निराक्षतः ४०॥

Ray Tac ayel] AAPASSTAC' ९२.९६ |

सवाप SRS |] 40

नितः स्यादिप्रतो विप्रलब्धस्तु वञ्चितः | मनोहतः प्रतिहतः प्रतिबज्लो इतश्च सः ४१

०, ||

अधिक्षिप्तः प्रतिक्ठिप्तो बद्ध कौलितसंयतै | आपन्न आपत्प्राप्तः स्यात्‌ कान्दिशौको भयद्रुतः ४२

QSL STRAT AAT 255] 53२ ददत्‌ | त्यत ATS |] 42

्राक्षारितः सछारितोऽभिशसे सङ्सुको stare | व्यसनार्तनोपरक्तो दौ विदहस्तव्याकुलै समो ४३ |

ARAFAT हण] मिम सेस सररतम नाहेगवीस दिर TSS | APRS AAPOR |] 48

प्राणिवगेः | O71

विक्लवो fage: स्यात्त विवशोऽरिष्टदुष्टधौः।

कश्यः HUE सन्नद्धे त्वातताथौ वधोद्यते ४४

1 1 1

BAAN AGNES ALTA SS | कषा "रकस NAT दसम्‌4ु समर | | : 44,

देष्ये त्व्िगतो वध्यः Mase इमो समो

विष्य विषेण यो वध्यो qual मुषलेन यः ४५

FROST ARIAS] दसनत मर्मादिऽददे नस रस | | SayeN gay aisrasyy 34 | 0.11 STAC || 4

शिश्चिदानः छष्णकम्मो चपलधिकुरः समो दोषेकडक्‌ पुराभागौ निक्त SH: शठः ४६

149

FARHAN A GSAS APT ST IA || 46

1

(32

कर्णेजपः चकः स्यात्‌ पिशुनो eat: खलः | ZUM घातुकः AT: पापो YE ATH ४७

दुर्म] YSTASSCAOINTSIRG GS | ङ्स दद्म ISAS TA] STSCSTEPAC THON || 47

rr --- ---------- re

* aye `

212 श्रमरकोषः।

अन्ने मूद-यथाजात-मूखं-वेषेय-बालिशाः।

कदर्ये छपण-्द्र-किम्यचान-मितम्यचाः ४८

AGN RNA TGA | QaRrea RAS aS | ASANN SLA कठ्‌] GTA ARCA NG ASA |] 48

free fart दौनो दरिद्रो दुगेलोऽपि a: AMAR याचनको मागेणो याचकाथिन ४९

करसुपपत्म्णोषतनः। नषनत्मपजुसश।

सन मशु विमद] दुत्य्‌ gay रर] 49 अदङ्गारवानहयुः स्यात्‌ शुभंयुः शुभान्वितः | दिव्योपपादुका देवाः STATI जरायुजाः ५० RANSTSC HACE | SARAH AAG GRAN SS ATRAGN ALE NAA | VAC LISTEN AN 50

खेदजाः कमिर्दणादयाः परशिसर्पादयोऽण्डजाः ५१ SAAT ASNT TIAN | ऽन HASAN EE सरगम] 51

इति प्राशिवगेः | NSN RS ||

विशेष्य farsa: | उद्धिद स्तरुगुल्मा या उद्धिदुद्धिज्जमुद्धिदम्‌ | सुन्दरं रुचिर चारु सुषमं साधु शोभनम्‌ १॥

= 4 वैः 5८ सवास सनाते शै] NSVARPSSTASS TA ARCA | पिवतृन्देसयश्वगपम] व्दसनरमरपवासवनुर] 1

कान्तं मनोरमं रुच्यं मनोज्ञं मञ्जु मञ्जुलम्‌ | तदसेचनकं ठते Alea यस्य दशनात्‌ 2

= 13 1 RA ARATARAT ससरत] 4/595 AEST Y]

AIR AIAN SATAN SGN |] 2

अभो टेऽभोष्पितं हदं दयितं वल्लभ प्रियम्‌ |

निरष्टप्रतिकृष्टाव्वरेफ याप्यावमाधमाः

REQ > 1.0 HS AVANT परस REA A त]

RAINSAFSFATNAST SS | AIAN NT SF INH मनर || 8 35

274 अमरकोषः | कुपूय-कुत्सितावद्य-खेट-गद्याणकाः समाः |

मलोमसन्तु मलिनं कचरं मलदूषितम्‌ पततम वर] गसन ARRAS CT ASCA | LSTA TTINNAL HN] 4

पूतं पवितं मेध्यच्च वौध्न्तु विमलात्मकम्‌ |

निरिक्तं शोधितं ad निःशोध्य मनवस्करम्‌ ५॥ गार ग्‌ AAAS AG | ASTRAY HAG]

ANS ACNCANASASIESATAL | ARTS मरय 5

असारं HUI श्रन्यन्तु वशिकं तुच्छरिक्तके | कौ वे प्रधानं प्रसुखप्रवे कानुत्तमोत्तमाः

ATATAPATAITIO र] अत दवासगुगसत््यमत्| STARS AACA AH] AARC AARAPHCS | 6 मुख-वय्थे-वरे ण्याश्च प्रवरो ऽनवराडंवत्‌ | पराद्याग्रप्राग्रहर-प्रग्याग्याग्रौयमग्रियम्‌

BAR SRAAT SCAT SGN] SAT QVIOZ ACTA ASTI सन] Crear Gy TAS I 7

fara fanaa: | 276 श्रेयान्‌ भ्रे्ठः पुष्कलः स्यात्‌ सत्तमश्चातिशेभने ` सयु सुत्तरपदे व्याधरपुङ्गवषभकुच्जराः | TFA यमनु मस] दसी Sopsygyses | AN IPAS TARSAL || 8 सिंहशदंलनागाद्याः पुंसि श्रे्ठाथैवाचकाः। अग्राम्य दयहोने दे अप्र धानोपसञ्जने

ल~ नुक A (AY <~ 3) | ie BA a NAN aN “| |

aSAA THOTT] ARs de gnzaaygey| 9 विशङ्कट प्रथ खृहदिशल प्रथलं महत्‌

agra विपुलं पौनपोवनो तु स्थलपौवरे १० |

दवारम] तोढमप्परसन्द्र कतुर | कविवर नृ ॐ] वास ९८ अुगा सुभ ८ॐ ] 10 स्ाकाल्पश्चल्लकाः Be Beat दरं कशं ततु |

स्वयां माचा चटौ पुंसि लव-ले-कणाणवः ११

-- = POAT SN SOIT EE | TF ECA SOTSS | HN TL ELSA SS Ip 11

276 अमरकोषः |

श्नत्यल्येऽल्पिष्ठ मल्पौयः कणौयोऽणौय इत्यपि ` प्रभूतं प्र चुर प्राज्य मदभ्रं बहुलं बह १२॥

ATSIC AL TAIT FA | SASFTG NTS] 12

qte: पुरु भूयिष्ठं feat भूयश्च भूरि परःशताद्या स्ते येषां परा संख्या शतादिकात्‌ १३॥

AMARC तत] वर ASTAICAT IO | ANSI वत्त] वन्वगुरसगी STAI | 13 |

TUNA तु गणेयं संख्याते गणितमथ समं स्वम्‌ | विश्वमशओेषं छत्‌खं समस्तनिखिलाखिलानि निःओेषम्‌ ॥१४॥

AIT IAG IEA TEND E SSSI ALTERS | PANNE AISTSLAL | AIA ST NAACANTAS | ACA esyaS ANA] 14

समग्रं सकलं पुणे मखण्डं स्यादनूनके। `: qa निरन्तरं सान्द्र पेलवं विरलं तनु १५

हासमङ्गागोनार वर्मः] 58 RSAC RESTS | छग रनु] अरर] 16

fara fanart: | 277 समौपे निकटासन्र-सन्निछृष्ट-सनोौ डवत्‌ | सदेशम्यास-सविध-समय्थाद्‌-सवेशवत्‌ १६ PAINFARS ACTA] व्र धमि AG AG | गनत महर] FLT SGA || 16

उपकण्टान्तिकाभ्यणेभ्यग्रा अ्रष्यमितोऽव्ययम्‌ | संसक्ते त्वव्यवहित मपटान्तरसित्यपि १७॥

AIA ASAE CA CATA SATA Say ACTH NEAR AAS ALAIN AALS | GAT ASRSTETGAARTE I] 17 नेदिष्ठ मन्तिकतमं स्यादूर विप्ररुष्टकम्‌ |

दवौयश्च दविष्ठच् सुदूरं दौधमायतम्‌ १८॥ BANAT SIN ASCNACSC ATS | ARPACAIONANACAR | ADE द्मे 5९ 18 वत्तलं निस्तलं et बन्धुरं Taaraag |

SHUI श्रनतोदयोच्छिता WAST वामने १९ ANA BRAT SC] AAC ARRAS | >= Fae QS तनम. ] 19

278 मरकोष ^ न्यडः-नौच-खव्वं-हस्वाः स्युरवाग्रे ऽवनतानतम्‌ aire ठजिनं जिह मूम्मिमत्‌ कुञ्चितं नतम्‌ २०

८८०2१] FAFSNVAC ICCA |

ES ५; गर त] करसन क्षरदर| 20

° See KS ey HAY AT sifag कुटिलं aa वेल्लितं वक्रमित्यपि

ऋजावजिद्धप्रगुणो व्यते त्वप्रगुणाकुले २१

PATRAS] विशवमनयुगवक्षः। ROAR MACAVEIA | QA ASAIN SAAS I] 9

Waa भवो नित्य-सदातन-सनातनाः

ME स्थिरतरः स्थेयानेकरूपतया तु यः २१ I

TMA 552] नित्‌ तरमै SAA

रवम मे वर रत पतिम नागस| SINS YTS BTA AIAG 22

कालव्धापौ TAZA? स्थावरो जङ्गमेतरः | चरिष्ण SHAG चसमिङ्गः चराचरम्‌ VS |

NTIS THVT TIVACS TIAA FATASSATAT AMAA |] 25

fara निन्नवगे; | 279

चलनं कम्यनं कम्प्र चलं VTS चलाचलम्‌ | चञ्चलं तरलं चैव पारिञ्जव-परिक्षवे॥ २४

ALTAR NST eTNST HATS | इिनाङिनतग नसमा किवार | ACA AYA AAT GS AIA |] 24

अतिरिक्तः समधिको ददृसन्धिस्तु संहतः |

meade कठिनं करूरं कठोर निषुरं esq २५ कुशनमवर ररि] AHRATAC ASTANA | YARNS GAT ES | STARR STAIN NA SES |] 25 még मृत्तिमन्मृतत nes प्रोद्मेधितम्‌

पुरारे प्रतन-प्रन्-पुरातन-विरन्तनाः २६

AR TAS RAG] QRarsae ag AAC |

ACSF ANRC AA] दरमपनय] 26 प्रत्यग्रोऽभिनवो नव्यो नवौनो नृतनो नवः |

TAA सुकुमारन्तु कोमलं BTA BT ₹७॥

ANNA AEA SS | प्ममुसनारित बुस ति | सवमा वैर्‌ MAAS | ARAN AGFACAAA 27

280 अमरकोषः |

अन्वगन्वक्षमनुगे ऽनुपद्‌ ज्ञोवमव्ययम्‌ |

प्रत्यक्षं स्यादन्द्रियक मप्रत्यक्ष मतौन्द्रियम्‌ र्ट

Ear दिना कै २८25 इव्‌ हरत मी A352) समद्र CRS ICH Awa | तिग्‌ तारतर समु | 8

रकतानोऽनन्यटत्ति रेकाप्रेकाधनावपि

AQHA रकाग्योऽप्येकाथनगतोऽपि सः २९ गग ञ्नि इछ IST RAC | SATA ASAP aSATACS | Asay FFF ASIANA %

पंस्यादिः पृव्व-पलसत्य-प्रथमाद्या श्रथास्ियाम्‌ | न्तो जघन्यं चरममन्त्य-पाश्चात्य-पञ्चिमाः ३० SAT TANINSS ASS | तुषु पनिनगाक्सशच]

FN AAC TASC | BNSC ENA AC ]

TAN ASES TFN |] 30

मोघं निरथेकं WE Whe TVA सुल्वणम्‌ | साधारणन्तु सामान्य मेकाकौ त्वेक THA २१॥

ARAL TAC कुतस] गासन ASTAINATS BT | गतिम A HANGS] AAAS HS ASIAA |]

faa fara: | 281

भिन्नाथेका अन्यतर रक कत्वोऽन्येतरावपि | Saas ने कभेद्‌ मुण्ड मविलंम्बितम्‌ ३२। TI ATAR AAR | STARA AA STAT सत SATA मन्वा AT AS STS

AEN AON ATSC SAAT ATAC |] 32

अरन्तुदस्तु AAT निरगेलम्‌

प्रसव्य प्रतिङ्कृलं स्यादपसव्य AVY ३२ भि्गिगमिमि वतर मवग | द्ग BR Sey ्परिक्तंग८$ दम तपम || 88

वामं WOT सव्यं स्यादपसव्यन्तु दधिणम्‌ | सङ्कटं ना तु सम्बाधः कलिलं गहनं समे ३४ ANAS Fae | was ANAT BT | AEgac gargs | AAAS ALAR | 84 WRT सङ्कलाकौणे मुण्डितं परिवापितम्‌ | ग्रन्धितं सन्दितं eat विषहतं विस्तृतं ततम्‌ ३५ | ANA ATARIST ASG | YARRA SOAGA AG |

न्स तद्वस SCARS AG | SAAT AN SCAN AG || 35 36

282 BATH: |

अन्तगेतं विस्मतं स्यात्‌ प्राप्तप्रणिहिते समे | वेखितपरङ्किताधूत-चलिताकम्यिता धुते ३६ ` रह पेदव] BAERS EVES |

ST TARRTAaTAAC | मार्दवेन ८०९९२९३ | 36

नुत्त-नुन्नास्त-निरूतावि़-छिपतेरिताः समाः | परिशिप्तन्तु निरतं मूषितं मुषिताथेकम्‌ ३७ AXAMTARCACANATAR | ARS ATARI AR a cTAECA KEAN SARC AL द्विपाद] TRAV ENARG AATAIQ'AG |] 37

प्ररङ्प्रस्टते न्यस्तनिर्टष्टे गुणिताहते निदिग्थोपचिते गृढ्गुप्ते गुण्डितरूपिते ₹े८ | QAAACATSATAR | भतसर] STTSCASETNA] HASSAN ACAI 98

द्र तावदौणे उद्गूर्णोद्यते काचितशिक्िते

musta दिग्धलिप्ते समुदक्तोडुते समे ३९ | 0111

तिसन न.त] SG TAR ATA | 0.

fare fanaa: | 288

वेष्टितं स्यादलयितं data रुदमादतम्‌ | enyasa निशित-श्णत-शातानि तेजिते ४०

वदिददधपङवसतपरोस RS | QAP सत्‌ दवाकर GAARA | FSNHSHAT ११४८०११] 40

P (>. स्यादिनाशोन्मुखं पक्वं steele तु लज्जिते | इते तु UME संयोजित उपाहितः ve i STURGIS ससु] रि SAE RARE | QRATAETT AGNI] प्वत्नगुनतुर STAC 41 प्राप्यं गम्यं समासाद्य स्यन्नं रौणं सृतं सुतम्‌ ARG: स्यात्‌ सङ्लितो ऽवगौतः स्यातगहंणः ४२ . SATAY TATA] ननु तरिवदद नु ९६

वहस हतस्तात] SHES SATAN IAIN] 42

विविधः स्यादह विधो नानारूपः एधग्विधः | अवरोणो धिकूकूतश्चाप्यवध्वल्ता ऽवचुणितः ४३

984 श्रमरकोषः |

अनायासकृतं फाण्टं खनितं ध्वनितं समे

बड़ सन्दानितं मूतमुदितं सन्दितं सितम्‌ ४४ मातेव कऽसरकैग क्स

ASCH AHTASIASCASIN | BYES SAMSTAG |] 44

निष्यक्ते कथितं पाके शछौराज्यपयसां खतम्‌ |

fata सुनिवह्यादौ निर्व्वातसतु गतेऽनिले ४५ i निर OLAS | सिगार |

सर रदसदवप दिम AA] क्रमेन SCA AEA| 45 पदं परिणते गनं ea मदन्तु alae

पुष्टे तु परुषितं सोदे छान्त मुदान्त Axa ४६

| SarrRearHygerss | TTS तवडगाश्ुस्| वसनरमेार | gar बस तदव | ANASTA RC NT AGATE || 46

ay दमिते शन्तः शमिते प्रार्थिते ऽदिंतः। ane ज्नपिते छन्नग्छादिते पूजिते shad: ४७ तमस्ति पनि GARE सरतत] ATRL ITAA | APSF ETA] ASLETSCS INAS || 41

fave fanaa: | 285 पुशेस्तु पूरिते fare: किशिते ऽवसिते faa: | ष्टसुष्टोषिता दग्धे तष्टत्वष्टौ तनृक्तते ४८ गार ARC Searcy | न्स TNT A चपा] QAR AS SATA SATA | AGAIN वतु ELENA |] 48 वेधितच्छिद्रितै विद्धे विन्नवित्तौ विचारिते, निष्प्रभे विगताराके विलौने विद्ुतद्रि युग ARSC STAIN | SAIYAN ASS STAINS | सनरन TSTANG SARTCA | PATATSIQTAT SGA I] 49 fag निरेत्तनिष्यन्नौ दारिते भिन्रमेदितै | ऊत Wage चेति aa तन्तुसन्तते yo

TASS TEATS | ISIS छतत | ASSAF] SAY ASNT AAO |] 50 wmrefea नमस्थितं नमसित मपचायिताितापवितम्‌ | वरिवसिते वरिस्यितमुपासितच्चोपचरितज्च ५१॥

महि वार रवात्‌] AVFATRACS Raa AN

GAA STAIN AA aa || 51

286 अ्रमरकोषः |

सन्तापितप्तन्तत्तौ धूपितधूपायितौ दूनश्च |

Be मत्त स्ततः Vea प्रमुदितः Ma ५२॥

स्पत कतरमागरसययनर] NAN SARITA SASS AFA NAST दमार्‌] दवन गर मफसः्‌ | 52

fad ate लूनं छत्तं दातं दितं चितं इकूणम्‌ | ae ध्वस्तं र्ट स्कन्नं पन्नं चुतं गलितम्‌ ५३ ASS TOIT SATS ५/1 (1/1 | AQAA SA AIG | ASST SSPLY SRSLY ASAT RNS SANA LSA |] 58

लब्धं urd विनं भावित मासादितञ्च was | अन्वितं गवेषित मन्विष्टं माभितं खगितम्‌ ५४॥ | STRSTR ATSC | REAVER STRSTR |

कपि EN SAGAS | वदेग वन्द करषध"त || 54 आदरं wis fad तिमितं स्तिमितं aqa ans |

aa ata tfaaafad गोपायितच्च गुप्तञ्च ५५

HQAPIN AT IAT SAAS | तसु SH HAGA AS | gaara Rs rage asc MV HTA NA | Be

fava fanaa: | 987

अवगणित मवमतावन्नाते ऽवमानितव्च परिभूते | त्यक्त eta विधुतं समुज्दितं धूत मुत्सुष्टम्‌ ५६ |

(1119: | तिव SRS C'S WIGAN ISS | ARRAS कुतस" ARIAT THATS ‘SS I] 56

उक्त भाषित मुदितं जल्पित areata afafed लपितम्‌ | बुद्धं बुधितं मनितं विदितं प्रतिपन्न मवसितावगते yo स्तत जसता] TASTE RATATIAASA AC | FISTS ACHR SS] रग INARA QAE 52 ऊरोकुत Alaa मङ्गैकूत माश्रुतं प्रतिज्ञातम्‌ |

ae संविदितं dad समाहितोपश्रुतोपगतम्‌ ५८

पि्ररसन्न ASN SAAN | ANAS SSS GaAs | AS ARV ACANAA ACE | SATOMI AAAN ZINES || 58 देलित-शस्त-पणायित-पनायित-प्रणत-पणित-पनितानि | अपि गौगे-वणिताभिष्टतेडतानि स्तुताथानि ५९

AMS 2 SES TEESE CATS SAT HALAS | AIAN IES SII SEY AG 59985 |] 5

288 अमरकोषः | भसित-चव्वित-लिप्त-प्रत्यवसित-गिलित-खादित-प्छातम्‌ | श्भ्यवहतान-जग्ध-ग्रस्त-म्लस्ताशितं भुक्तं ६० | रसा QBN ESCA TAL ASTRAL TANTRA स] BVA SCE 00 छेपिष्ठ-श्षोदि्ठ-प्रे्-वरि्ठ-स्थविष्ठ-वंदिष्ठाः। शिप्र-श्द्राभौषित-ष्रथु-पोवर-बहुल-प्रकर्षौर्थाः &१ वेन्‌ नन्ति GFR] वेप्‌ मना PHS WA ATA HS Ha | मतद GFT कर ITA || 61 साधिष्ठद्राधिष्ठ-स्फष्ट-गरि ए-हसि्ठ-टन्दिष्ठाः। वादृ-व्यायत-बह-गुरूवामन-छन्दारकातिश्ये F2 4 1 yaya ese ears Be धुरि ya Bq Sears gary दैव | तषममदैशुपपमः | SANE SRSTS NIA |] 62 इति विररेष्यनिघ्नवगेः | SAARC TIAASSS AS SAS I]

$ ¢€ © संकोणावगः | प्रसतिप्रत्ययाथायेः सङ्धौणे लिङ्गमुन्नयेत्‌ | HUA तत्सातत्ये गम्ये स्युरपरस्पराः

ARV AATATS I SCAGT AANA SIN] ARMIES SAGES | BITRE 55)5 | AAT AIA 215 SHAS LY SNA | 1

साकल्यासङ्गवचने पारायणपरायणे | यच्छा स्वरिता हेतुश्रन्धा त्वास्था विलक्षणम्‌

Saar sor Aayers | erXeraaysceAarsa 2c | RIES SPAR १३८ | HF SOMANAR NST १२.६५ 2

मयस्तु शमः शन्ति दान्तस्तु दमथो दमः अवदानं कम्मे रत्तं काम्यद्‌ानं प्रवारणम्‌ |

ति "दरद | उरम्‌ | BAIN AES SAT ANAS न] AVS RFT AT ASAT II 8 37

990 अमरकोषः |

वशक्रिया संवदनं मूलकम्मे तु काम्मेणम्‌ विधूननं विधुवनं तपं प्रौणनावनम्‌ 8 २८.२5.5२ नश 9१२ इत वमद न्प ANS | पपवर मेर ते] तस्यः RASA I] 4

aanifa: स्यात्‌ परिचाणं दस्तवारणमित्यपि

सेवनं सवनं स्यति विदरः स्फुटनं भिदा ॥५॥ सगण YO ATLA Asser ST TILIA | QR TASS TITAS I] 5

्आकोशनमभोषङ्गः AAS ASAT AT |

aapes मभिव्याति ates भिघ्षाथनादंना 11 BRAT SANYO |

र्ति दन ARF IN BA AAC | दशत SAN AAS AA AO II 6 Aga SEAT दे आनन्दन सभाजने |

च्राप्रच्छन AMAT: Ayes: aa faa पाठे थानत सुप | रग्मिय रुर] PASTAS AS] देम मन्ना दात्‌ |

च्व SCA EAE | 7

संकोणेवगेः | 291 DS ग्राहो वशः कान्तो TA TTT रणः कणे | व्यधो वेधे पचा पाके हवो हति वरो इतै विनदन FACT] ARCA SHAT ASN AG | QR TARA TTA छु < नाह्मनि SA] दिदुासयरवेनासम रसदन] दितम्‌ कैम ys Sa: लोपे नयो नाये ज्यानि जि ममो भमौ स्फातिो प्रथा ख्याती whe: vat स्रवः खवे < ASTATIVINSC SY] BSH aT AC कोक्ता] वनु ALARA | ATLASSIAN | र्षु A ATL AG | ९3541] 9 एधा AST स्फरणं स्फुरणे प्रमितो प्रमा Vata: प्रसवे श्च्योते प्राघारः MAM HA ll १०॥ रिथिविकनकष्परदगार्वेधि] QSOS SAH AA | RHASRTSERACEE | CANTRRS SAI |] 10 उत्कर्षो ऽति श्ये सन्धिः ae विषय आश्रये | शिपायां क्षेपणं गौणि गिरौ गुरणमुखमे ११ 101 1 दिवित विदुष] Rack AAS I 11

` क,

* ff

292 | RATHI: |

TAA FAA WA: BAN TAA जयः |

निगादो निगदे मादो मद्‌ Taq उद्भरमे १२॥ ARNT TIS दना नमन्‌] ASS कुभि दरस AAIAVATRES A) MASTS | 12 विमदेनं परि मले ऽभ्युपपत्ति tame: ¦

face स्तदिरडः स्याद्भियोग सू्वमिग्रहः १३ वकम पसु | SIERRAS AC हिस AEG | RAEFFACAANA | SCAT HAAR SICA CIA AES |] 13 मुशिबन्धस्तु संग्राहो डिम्बे satfaaat |

बन्धनं प्रसितिश्चारः स्पशः स्पृष्टो पतत्तरि १४

पिरवर प्परदवु २३८] SS ETE ETSI |

सभतम सुद] apg gee)

निकारा विप्रकार : स्यादाकार feas इङ्ितिः। परिणामो विकारे दं समे विकछतिविकये १५

call

ose (शिति

संकंेणेवगेः | 293 अपहार सत्वपचयः समाहारः समुच्चयः | प्रत्याहार उपादानं विहारस्तु परिक्रमः १६ र्विः SV SSSA NA | SARACEN GANG) SF ATG SS रर" AST || 16

अभिहारो ऽभिग्रहणं निहारो ऽभ्यवकषेणम्‌ |

अनुहारो ऽनुकारः स्यादथेस्यापगमे व्ययः १७ | 11111 देस सुवो दे NGS] रवसे EFA EL 17

प्रवाहकर्तु प्रहत्तिः स्यात्‌ प्रवहो गमनं बहिः | वियामो विथमो यामो यमः संयामसंयमो १८

दह्मा ८१ रतु २२ र्वु नहना पत्‌] सदि TEASE RAN RC] Raa ae ] 18

हिंसाकम्माभिचारः स्याज्नागय्या जागशा दयोः |

विघ्नो ऽन्तरायः प्रत्यूहः स्यादुपध्नो ऽन्तिकाश्रये १६ बुस त्तिसु] मष सममत SATAN § | ARN ASR SS ATES ASIAN |

ततर क्त्य |] 19

~~~

* For 4 2

2०५ अमरकोषः |

निर्वेश उपभोगः स्थात्‌ परिसपः परिकिया | विधुरन्तु प्रविश्वेषो ऽभिप्राय ग्डन्द्‌ आशयः २०

रस REACH ANS दिस35 सु ते5। BI STAIN YON FAA | FARA SHASS ATCA AT SG 20 संक्षेपणं समसनं wae विराधनम्‌ |

परिसय्या परोसारः स्यादास्या त्वासना ferfa: ₹१॥

SRR ABST RR दश्च] मेसन दमाम्‌ | प्स्व सुर AAAS | AATAETAYAAAA || 21

विस्तारे विग्रहो व्यासः शब्दस्य विस्तरः | स्थान्मदनं संवाहनं विनाशः स्याददश्नम्‌ ₹२॥ HSA TEA AEA | द्प्वन कुप्यते Sera Pa STA] gererse Fae || 22 संस्तवः स्यात्‌ परिचयः प्रसरस्तु विसपंशम्‌ |

नौवाकस्तु प्रयामः स्यात्‌ सन्निधिः सन्निकषंणम्‌ २३

ANTS ACT YAN] विपद मरित] PN ASTACF ATTEN] FAR SANAATACS |] 23

GRAN: | 295

लवो ऽभिलावो लवने निष्यावः पवने पवः |

प्रस्तावः स्यादवसर WAT: दूचवेष्टनम्‌ २४ | peradaparaqarad | Feradvagsscagazia |

BBN AINA HN AGS | VST HAST ES SATATAM || २५

प्रजनः स्यादुपसरः प्रश्रयप्रण्यैा समो | Tints निष्कमोऽस््रौ q संक्रामो दगेसच्चरः २५॥ `

गस्य G HS ATTA | Fangcggyaay वसम] SSTEVARSATIA'SS |] 25

प्रतयत्रमः प्रयोगाथेः प्रकमः स्यादुपक्रमः | स्यादभ्याद्‌ान Agila ATA AAA स्वरा २६ | ARTZ TACT HS AR] SSUES A SATAETT aga garerer sg | hb biabn 26

प्रतिबन्धः प्रतिष्टम्भो ऽवनायस्तु निपातनम्‌ | उपलम्भ सू्वनुभवः समालम्भो विलेपनम्‌ 29 |

BREA A SENG देवगु SSA SAAN ARTA | APSARA TSA M27

296 अमरकोषः |

विप्रलम्भो विप्रयोगो विलम्भ सूवतिसज्जनम्‌ | fasta प्रविख्याति caer प्रतिजागरः र्ट

FEN ANAC मि कुत] NAIL मनःसु SAI ROSATO’ AR |] og

निपाठनिपटौ पटे तेमस्तेमौ समुन्दने |

्राटौनवाखवै MW मेलके सङ्गसङ्गमौ २९

रसि रसवत aag cia | उदसन्दवुतेर CEA |

0 संवौ शशं विचयनं Alaa म्रगशा BT: |

परिरम्भः after: संश्लेष उपगृहनम्‌ So (000 1 दकया तवि द्र | 80

निव्वैगोनन्तु निध्यानं द्‌शनालाकनेक्षणम्‌

प्रत्याख्यानं निरसनं प्रत्यादेशो निराक्तिः ३१

८२२८] विरतो वङ्गग ARRAS 91

संक्गेएवगैः

squat विशणयश्च पग्थायश्यनाथैकौ अत्तनच्च NIT CUA एणाथैकाः ३२

QAPTAT SAV IRAVAIC नाम AIS दप SITS TT AA I 32

ager विपय्यासो व्यत्ययश्च विपययेये | पय्थयोऽतिक्रम स्तस्मिन्नरतिपात उपात्ययः ३३ |

ज्मा दर दिवन्गता] दवोदरस"ता SCAT TAHA AN |] 83

Tam यत्समाहय तच स्यात्‌ प्रतिशणसनम्‌ | संस्तावः कतुपु या स्तुतिभूमि दिंजन्मनाम्‌ ३४

p-pRap tara) देवश्च HAS मतद] ALLA AAS ASNT SNST! 84

निधाय तश्यते यच AIT काष्ठं Feet | MAN स्तम्बघनः स्तम्बो येन निहन्यते sy

GOVT -GLL INTC AY GR VF AES YDS |

१.

38

297

298 HATHA: |

विधो विध्यते येन तच विष्ठकृसमे निघः | उत्कारश्च निकारश्च दौ धान्योत्‌क्षेपणाथैको ३६ |

qa

गन पद्पवार वीस A457] रदनम्‌ समन ASIA A |

निगारोद्नारविक्षावेद्भाहास्तु गरणादिषु ३७ SINTRA वर्तव ISA eT YATE! || 9

प्रत्यवर तिविरतथ उपराभे वा ferareq निष्धेवः | fagfa fagad निष्ठौवनमित्यभिन्नानि इट

0 ] ayerscayy सण eraser | er ATAPI AS ayerass | ARARrerqsrergys5a4 |] 88

जवने जूतिः साति सू्ववसाने स्यादथ ज्वरे Shei: उदजस्तु पशुपेरण मकरणिरित्यादथः शपे se

aN AaySA | देरगृसरमस ८२९६९९० AEA दुगास] SAGAN SA A & |] 89

~~?

संक्मेणेवगः | 299

गोचान्तेभ्य स्तस्य खन्द मिन्यौपगवकादिकम्‌ |

आपुपिकं शष्कुलिक मेवमाद्य मचेतसाम्‌ Bo | SLAY NINA) STAPAp Eyer |

केसरि Say RS SC | SAGA NNTAL AAAS |] 40

मारवानान्तु AWA सहायार्ना सहायता |

इलया हलानां ब्राह्यण्यवाडग्ये तु दिजन्मनाम्‌ ४१॥ SNCS TSS | BSAA AC SANSA AR] SGI] SATYAM HS |] 41

दे पशुकानां VIA WIA पश्य मनुक्रमात्‌ खलानां खलिनो खल्याप्यथ मानुष्यकं णाम्‌ ४२ 111. | START INAS मनत |

SATS SATIS TONS | रग्नि SANS TN | 42

ग्रामता जनता धुम्या पाश्या गल्या थक्‌ VIF | अपि साहख-कारोष-वाम्मैणाथव॑णादिकम्‌ ४३ RIES HSN S TE | GAN ASST STAT | FSaargH ARE] गास णम ससय as इति संक शेवगेः | ARNG HHS

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नानाथाः केऽपि कान्तादिवगेष्ठवाच कौत्तिताः | भूरिप्रयोगा ये येषु पय्थायेष्रपि तेषु ते॥ १॥

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नानायवगः | उत्सङ्गचिहयोर इः: कलङ्गोऽङ्ापवादयोः | ~ £ क्योरक aay त्को नागवड क्योरकः स्फरिकषय्ययोः a RETEST AIMS | SARS | PARA TIT] Sse GANA |] 4

मारुते वेधसि an पुंसि कः कं शिरोऽम्बनोः | स्यात्‌ ARIA HSU AT भक्तसिक्थके | ARSC EAA) इुषयणे शु १८) +=

उलके करिणः पुच्छमूलापान्ते पेचकः

कमण्डलौ करकः सुगते विनायकः &€

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* Another reading ; सै = ९८ दवा ६८.५९८. वना |

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302 - श्रमरकोषः |

स्याद्भूतिकन्त afar कत्तुणे भूस्तृणेऽपि

ज्यो त्लिकायाञ्च घोषे कोषातक्यथ कट्‌ फले मेगः | saranda

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सिते खदिरे सोमवल्कः स्यादथ tases | तिलकल्क पिण्याको वाह्धिकं रामटेऽपिच॥€॥ तरिवव "रसा FarQaass aa) sma FOTT IE 9

मदेन्द्र-गुग्गुललक व्यालग्राहिषु STAT रुकूतापशङ्ास्वातङ्कः स्वल्पेऽपि aay १० HSA TAY वायुस] गेरि

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* Another reading ; Vaasa मे | ` यसान्यामपि fae: इति प्राठान्तरस॒

नानायवगः | 308

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(~ शौलान्वयावनुके दे शल्क शकलवल्कले | साष्टे शते सुवशेानां VT HT TH १२ ki ADAGFEN ATA] कसो वननगृवमुगय। ASAIO ड-वतर ५] SASSSS THANE |] 19 दौनारेऽपि निष्कोऽस््रौ went समलैनसोः | दम्भे ऽप्यथ पिनाको ऽसौ श्रल शङ्रधन्वनोः १४ 91.1.31. aT HG | ग्नि भमन] SAPASIAACAN EI SSI | Rae] ARR SE ASS IG I 14 धेनुका तु करेण्वाच्च मेघजाले कालिका | कारिकः यातनादच्योः कणिका करभूषणे १५ SARA ARTS FTE aR Sy T AT ] STESTTIVTALAINA | पिणत] 15

304 अमरकोषः |

करिहस्ताङ्गलो पद्मवौजकोश्यां चिषृत्तरे रन्दारको रूपिमुख्यावेके मुख्यान्यकेवलाः VE

शर भनिप EP NSA 3३८ यातरि समवि mS तथैष मारपा पादि QHAC AAR I] 16 स्यादाम्भिकः कौक्कुटिको यश्चादूरेरितेक्षणः। लालारिकः प्रभो भालदशौं कााक्षमश्च यः॥ १७॥ 110 व्यटिगानरदसित्सत। AAAS ASEAN || 17 भूश्रन्नितम्बवलये चक्रेषु कटको ऽस्तियाम्‌ | स्च्यगरे ATT लामदहषं कण्टकः १८ 1 हि "` ` मयूख स्त्वट्‌करज्वालास्वलिवाणौ श्िलौसुखो |

wet निधो ललाटास्थि कम्बो स्त्रौन्दरियेऽपि खं १९॥

सनस तगदिवर वति GOTT ACTA | ARRABS AGS ८०] Ag) AFsacAerwce y 14

नानायेवगेः टणिञ्चाले श्रपि शिखि भैलटक्षौ नगावगौ आशुगौ वायुविशिखौ शराकंविहगाः खगाः २० AV ENAAN ARES AA] AGE Rasa दि कुकु SAAT ART HA |] 20 पतङ्गौ पक्िख््यौ पुगः ETAT पशवोऽपि BAT वेगः प्रवाहजवयोरपि २१ STATIN] TASER BATES R STH A | SAAT AC TATAN ANAS |] 21

परागः RAN रेणौ खानौयादौ रजस्यपि | गजेऽपि नागमातङ्गावपाङ्ग स्तिलकेऽपि २२॥

वरनामेमि्भगा > | Breage Fear we

AR AABN TTA] SATAN SQA UTA A I] 22 aa: खभाव-निर्म्मोक्ष्-निश्चयाध्याय-खष्टिषु योगः सन्नरहनो पाय-ध्यान-सङ्गति-युक्तिषु २३

NAACAGARAAANSS | CAPT AA SS मस्य

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सवार्तातिमिवदर रसय | NST कुरत मासस्य || 28

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806 HATH: | -

भोगः सुखे ख्यादिश्तावडहेश्च फणकायथोः |

चातके हरिशे पुंसि सारङ्गः शवले fay २४ TARSAL ASN | SESH Sar ACA SISTA AI RAEN तवृ तु] 5554551] 24

कपो वगः शापे त्वमिषङ्गः पराभवे

यानाद्यङ्ग युगः पुंसि युग युग्मे छतादिषु २५॥

YTV AHA] WwEP-spAS SRA FesRan Rasy sy | वेशी सपसास || 25

aay पशुवाग्बज्दिङ्चषटणिभ्रूजले लक्ष्या feat पुंसि This चिहशेफयोः २६ TAYAINACCT RSS| FERS मेनाम

AF SVS SO SINAN! | OTSA ELL A] | AIS BANAL Gz |] 26

AR प्राधान्यसान्वोश वराङ्ग AS TELA

भगं ओ्रौकाममाहाव्यवौग्धेयना ककौर्तिषु २७ तुंगमर्दिकवड स] सर्वीऽरमासप म्स र8 मी] इ~~ | ^, a (क) ९०. व|] 27

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नानायवगः | 807.

परिघः परिधतेऽस््रे ऽ्योधो इन्देऽम्भसां रये मूल्ये पूजाविधावर््यो हो दुःखव्यसनेघधम्‌ RE |

HATA WCS AEN ASG | RSIS SAAS | AFACAST SSS | NTS STAC |] 28

चिधिषटेपि लघुः काचाः शिक्यश्टदवेद्दग्‌रुजः | विपय्थासे विस्तरे प्रपन्चः पावके शुचिः २९ गामदित कर्ये | PS HAART

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मास्वमात्ये चाण्युपधे पुंसि मेध्ये faa fay अभिषङ्ग Wess गभस्तौ रुचिः स्रियाम्‌ ३०

Gea FI वेमन्‌ समि STATS | | ANTINAT ATV] सनन AAS SS |] 80

प्रसन्ने AARC गुच्छः स्ञवकहारयोः। परिधानाच्वले कच्छो जलप्रान्ते चिलिङ्गगकः ३१

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808 अमरकोषः |

केकितार््यावदिभुजो दन्तविप्राण्डजा fest: | अजा विष्णदरच्छागा गो ्टाध्वनिवहा व्रजाः ३२

TINATSH IBS| STARA S HOSA | EBTARTHAE YTS] Sey garaBTSC ATE | 28 धम्बेराजो जिनयमो कुञ्जो esta सियाम्‌ | TAH क्षेचपुर्दा रे बलजा वरूगृद शेना BB STHAUHVTYGES | FASC इना

PHS] TONES AOAC BS | TATE A IATA SE |] 33 से शां रणेऽप्याजिः प्रजा स्यात्‌ सन्ततौ जने अजो शंखशशाङ्ो स्वके नित्ये निजं fag ३४ सम्फममाषपतो NES | दइर SA |

WTAE ROR ACES) ASSTATARTFE TIS |] 34 पुंस्यात्मनि vate wast वाच्यलिङ्गकः |

Al स्याचेतना नाम SSATAAATAAT ३५ |

GU TITAC ANTE] PEASE IA SI SEAS GAARA] TRAST SINS |

नानाथेवमेः | दोषन्नो वैद्यविदांसै ज्ञो विद्वान्‌ सोमजोऽपि ॥* AANA करटो गजगण्डकटौ कटौ Be PgR ARAN TAT | TSSHATSC ARTE | 4

श्रपिविषटतु खलतौ दुश्वम्भेणि महेश्वरे देवशिल्पिन्यपि त्वष्टा दिष्टं दैवेऽपि दयोः ३७ GAAP BRSTETAC | 11 | BNATTS SPS | सदसस तसि | 97 रसे कटः AFH fay मत्सरतौश्णयोः |

Te क्षेमाशुभाभावेरिष्टे तु शुभाशुभे sc |

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गुणः| कवर $| APATITES] BTA ASSIST] 38

मायानिश्चलयन्त्रेषु केतवान्तराशिषु | अयोघने LIAS BCs कूट मस्तियाम्‌ ३९

gavarpaaperamasc ) Pesrerssa sayy eras |

ANTRAL SAAC | द्रा ससपिगा | 39

* Some editions omit this line. + Verse 36 adds: 37882'34 |

809

810 BATH: |

aaa चुटिः स्त्रौ स्यात्‌ काक्तेऽलपे संश्येऽपि सा अत्युत्कषां श्रयः कोग्यो मूले लग्नकचे जटा ४०

+ 119) SER Sar gare | ATH BTA CA] इथ सुर >| 40

afe: फले सण्द्वौ efe wtasfam दशने |

इष्टि ्यागेच्छयोः afe निशिते age fag ४१ spare ey seers) समविन 1 MBRATSR ASAIN] कष्टे तु छच्छग हने दक्षामन्दागदेषु |

पट वाच्यलिङ्गौ नौलकण्टः शिषेऽपि ४२ 0 1 वटनसते तिदस] FarME ATE 42

पुंसि कोठो ऽन्तजटरं कु्लेऽन्तखंहन्तथा |

निष्ठा निष्यत्तिनाशन्ताः काष्ठोत्कषे स्थितै दिशि ४३॥

वरग कनहर AGAR RETA GES AGA TSN AT SVAN ARR | ESSA AS SA 48

नानायवगः | 311

fay ज्येष्ठोऽतिश्सेऽपि कनि्ठोऽतियुवाल्पयोः | दण्डोऽसौ लगुडेऽपि ASST गोेश्षपाकयोः ४४

हिताम्‌ SOM] गष 05 % | ey (२13१44५ 4

सपमांसात्‌ पशुव्याड़ौ गोभरुवाचर््डा इला | छेड़ा वंशशलाकापि नाडो कालेऽपि षटृक्षणे ४५

SPARS TAIN] SPACES PP ETA LAAN] FR 55H FST ५4

AUS दण्डवाणाव्वेवगीावसर वारिषु | DIRS मश्वाभरणेऽमतरे मलवणिग्धने ४६

S| नमर R SARAH'S |] 46

BUNA Als WATS खश्छच्छयोः | WHEN fy हदो व्यृढो विन्यस्तसं हतै go |

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819 VACHE |

सूणोऽभके स्त्ेणगर्भे वाणो बलिसुते शरे |

auf धान्ांओे संघाते प्रमथे गणः ४८

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TP GAT ST AAS | SARTRSERT SS STR | 48

पशो चूतादिषृत्सष्टे wat Ae धनेऽपि |

मव्य द्रव्याभिते सत्वशुक्तसन्धयादिके गुणः ४९

ववे मावतु] AVSCHVAICSG |

AF SFACA SEN GNSS | केवर SASS ATSC

HANS ASAIN AYES |] 49

निव्व्यौपारश्थितै कालवि शेषोत्सवयोः क्षणः |

वर्णो दिजादै शुक्ला स्तुत वन्तु वाक्षरे yo

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मनेय || 50

अरुणो भास्करेऽपि स्यादणेभेदेऽपि विषु |

स्थाणुः WAIT द्रोणः काकेऽप्याजञै TI रणः ५१ 4

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नाना्थेवगेः | 818

ग्रामणौ नापिते पुंसि श्रेष्ठे ्रामाधिपे fag | ऊर्णो Aaah स्यादावत्तं चान्तरा Wat ye I

009 11 इर SATAN ANE | HANAHAN TN AGT |] 52

इरिणौ aram हेमप्रतिमा हरिता या। fag पाण्डो हरिणः स्थणा स्तम्भेऽपि Aas: ५३ SREANATINA | पसरतो मा्‌डपा ASH AINE ANAC |

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AU स्णहापिपासे दे जुगुसाकरुणे टे | वशिकृपथेऽपि विपणिः सुरा प्रत्यक्‌ वारुणो ५५ | SRE A RA |

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करेणुरिभ्यां स्तरो नेमे द्रविणन्तु बलं धनम्‌ | शरणं हर्िवाः saw कमलेऽपि ५५॥ गर्म] PAPA ARAL कस] 13.

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814 अमरकोषः |

विषाभिमरल्लदेषु ate ala खरे fay |

प्रमाणं हेतुमयाद्‌ाश्णस्त्ेयत्ताप्रमाह्रषु ५६ 0) TRC RISA

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दुनि तोन 57] NAVANTAG ASN 4२२६] 56 करणं साधकतमं कषेचगाचैन्द्रियेष्ठपि |

प्राण्य॒त्पारे संसरण मसम्बाधचम्‌गतै ५७ MAPA GT ANAS | विरुर दुवः ससि |

RFPS वसत] [QSSAWTASCAS ENS घण्टापयेऽय Wala ART सुन्नये | अतस्त्रिषु विषाणं स्यात्‌ पशुखङ्गभद्‌ lye सममपि कनाम ति RAN VAC SAA |] 58

प्रवणं कमनिम्रोव््यां US ना तु Aqua

सङ्ौश निचिताशुद्वावोरिणं श्रन्धमूषरम्‌ ५९ .

दादिमा | STASCAQ AS SNAG | MESA ANA) TAP LOS HSS |] 59

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नानायेवगेः |

देव्या विवसन्तो सरस्वन्तौ ASAT | ufeareant गरुत्मन्तौ WHAT भासपक्िणा

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APIA धूमकेतुजौमूतै Hae हस्तो तु पाणिनक्षवे मरुव पवनामरौ ६१

यन्ता हस्तिपके aa wat धातरि पोष्टरि | araara शशि पोतः परेतः प्राणान्तरे wa ६२ WEAR APRA GS | STARA ATS |

No} CA apse Serer 25K | रदा ङग ०६२.३६]] 62

ग्रहभेदे ध्वजे केतुः पाथिवे तनये सुतः। स्थपतिः कारुभेदेऽपि मूखहूमिधरे पे ६३॥

१.0 शन ACPA | नमर रत कोष] 6

815

816 अमरकोषः |

मद्ाभिषिक्तो भूपेऽपि ऋतुः स्त्रौकुसुमेऽपि विष्णावप्यजिताव्यक्तौ खतक्त्वष्टरि सारथौ ६४ `

धक सतरीर तनि रगाक८.] APAVAV ATS A RTARTA STAG || 64

व्यक्तः प्राज्ञेऽपि दष्टान्तावुभे शस्तरनिद्‌शने AA स्यात्‌ सारथो area क्षचियायाच्च west sy |

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पत्रवान्‌ | SPS SBS AYA तस |

5 (> एवित | गो शीश AN ARISTA सउ 65

SUA स्यात्‌ प्रकरणे प्रकारे कात्स्न्थेवात्तंयोः। अन्तः समरे ्टत्यस्थाननौदृदिशेषयोः && वैन] तोनाकविस्पनुम्म घ्यणहगैमाुनरव] वुरमामसक्ैसमवनि SIA] 66 छतान्तो यमसिडान्तदैवाकुशलकम्मसु |

शेष्मादि-रसरक्तादि-महाभ्रतानि axa: go

TATA MAAS | VSIA STRIATE RT| AMAA SASS | पुस्स ९२.९.३२] 67

नानायवगः | 81१

इन्द्रियाण्यप्मविकूतिः शब्दयोनिश्च धातवः | RATA शुद्ान्तो न्टपस्यासव्वंगो चरे &८ | FA WTTSIN Tas | रउ IAHA HANGS | SUNG PAN GNA | गरव ARS |

सरगम तीस NAS 8

AMAA: शक्ते aa: काठिन्यकाययोः | विस्तारवश्ल्यो aafa Saat राविवेश्यनोः ge

1. ESTAR AR STR) तमिमम्‌

छयाचेयोरपचितिः साति दौनावसानयोः | afa: पौडाधनुष्कोचखो जातिः सामान्यजन्मनोः ७०॥

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BY HSS ८२६५९. 5 55 A RAAAN SAT | HST EMA AAA | रगे शरनम्‌ 70 प्रचारस्यन्दयोरौति रौतिडिम्बप्रवासयोः। उदयेऽधिगमे प्राति wat सूवभध्रिचये यगे ७१

सव्व] रवद STATA (1.

318 प्रमरकोषः |

कौणाभेदेऽपि महतो भूति भस्मनि सम्पदि | नदौनगय्या नगानां भोगवत्यथ सङ्गरे ७२॥ PARAS TAGS | FHSAA G5 A a SLT TAA BSNS | SATA SSG 72

सङ्ग सभायां समितिः छथयवासावपि efa: | रवेर चिच शस्त्रञ्च वहिज्वाला हेतयः ७३

SF SFA S TSCA] गातु SGT | SPARTA SS | FAVA SVAATHAC | URAINT SS 2 || 73

जगतो जगति च्छन्दो विशेषेऽपि छितावपि | पं््तिष्कन्दरोऽपि दशमं स्यात्‌ प्रभावेऽपि चायतिः॥ ७४ दना नुम] BESTS TIAA

री शभरमम हरस | Re scameres 1 74 पत्तिगतै ae तु पक्तिः पक्षमेदयोः |

vafa ्योनिलिङ्गे केाशिकाद्याश्च aaa: oy |

मर नरठ] STATES] Sr SSMS SST NSIS | IS SIAS IH | 75

नानायवगः |

सिकताः स्यु areata वेदे safe श्रुतिः, वनिता जनितात्यधानुरागायाञ्च योपिति o€

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[व | ~ 44 १। =) EN AUN तुन] 76

गृत्तिः छितिव्यदासेऽपि via धारणधेग्ययोः | Zeal ARAMA बन्दोभेदे मदत्यपि oo `

नुम्‌ 3 न] ~छ बन्‌ AS ARVADA >| #/1 वश्य] VTYSAT TAA AAS 77

वासिता स््रौकरिण्योश्च वात्ता ett जनश्रुतै वान्त फरगुन्धरोगे चिघ्र्॒ ताते OF

Shah aE TSN | TEAS THA A TBS

SRA HE TAG] गम हुम मपु] 7

कलधौतं रोष्यहेम्नो निमित्तं हेतुलश्णोः |

अत्याहितं महाभोतिः कम्मे जोवानपेकषि ७€

MASTITIS] FSSA ASAT | BIS SPARTA <] aarisras saree’ | 79

319

820 अमरकोषः |

यक्ते श्ादाटते भूतं प्राणयतौते समे fay |

श्रतं शास््रावश्तयो TIAA: कतम्‌ ८० Rape NNT SNES | NEPAABVARSTSN AST AISA | शकन्न Serer eEF SARC Fear gy RIVA || 80 aa पद्ये चरिते favata ददनिस्तले | AEE जन्ये स्याद्हिते चिषु ८१॥

AS SAR ASA SATIVA] QRS STFA Baer AUTH 1/1

विस] VAN SASS 81

aa रौष्येऽपि रजतं हारे Tra faa fag

fafeat safessfa रक्त नौल्यादिरागि = ce tt गम AEARC TATA AERA ANAC नगवा Hamer ara ] पाक्त रमक १े। दवीप वैर] ATTA माक्ष || 82 अवदातः सिते ate qe बद्वाज्जनै सितै |

युक्तऽति संस्केते मषिश्यभिनौ तोऽथ संस्कतम्‌ ८३ STRSTR कर | TRAC PSSA | BATAAN ETA | RASTA ARG AA AN YASS | FAINT AGA | रेबसपि्सशुर तमप] 83

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नानायवग;

afar लछणो पेतेऽप्यनन्तोऽनवधावपि |

Gia हृष्टे प्रतौ तोऽभिजातस्तु कुलजे बुधे ८४ नदत्सु SARE | BLAS SIA NAT SAA TANS AS ACT TF] NRE F SANSA I 68

विविक्तौ पूतविजनै मूच्छितै agaist दौ चाम्लपरषो ुक्तौ श्तौ धवलमेचकैा ८५

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रवे रवार रपेत्‌| BSS 5FANASAC A | शि) 4; 9 ` 1 101

aq साधो विद्यमाने une safes सन्‌ | पुरस्कतः पुजितेऽरात्यभियुक्तेऽग्रतः छते ८६ NFAT HL ATR | सुगोत यन यददन A | 1/3 | सनु वमर. AATEC | सतप ९१ |] 8

निवातावा्रयावातवै शस््ाभेदयच्च AA यत्‌ AAAS: स्यरुच्छिता उल्थितारू्वमो ८७ |

FUSFACAL ISN] NSA ती 5 ९९९. | दधतस्त] STAYS TAA नस] 87

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221

322 ` अमरकोषः |

ठ्विमत्‌पोद्तो पत्रा आहतौ साद्रि ` rTP ay ta प्रयोजननिदन्तिवु < -

ATSRIN SIN GAIA ७2१4५०१5 पप्र उरक] ACSA SSAA] 88 निदानागमयोस्तौधै षिजुष्टजल्ते गुरो | समथस्तिषु wie सम्बन्धार्थे हितेऽपि ८९ दोर गे ३३ उर सुसु ङगसशवदि | सुनहु नस द्द्सिवदतेतवु यपत | दशमौस्थे stars बौधौ पदव्यपि च्रास्थानोयनयोरास्ा प्रख्यो ऽसौ सानुमानयोः ° 542 VAIN GAT AA] ति वधर S TIA NANA TTT AGA | दुहन्ति] तै अभिप्रायवनै छन्दावब्दो जौमृतवत्सरो

अपवादा तु निन्दाज्ञे दायाद सुतबान्धवै॥९१॥

सास स्वदय TY CAA] पवतम ISA | TTY VARS] ११ बी

नानायंवगेः | 328

पादा WIAA खन्द्रारन्यक स्तमोनुदः।

fatal जनवादेऽपि शदो जम्बालग्ष्ययोः॥ <२॥ व्दति EN GISTACS] AQS ZAG ANA FIVFG INA] TASTE Z AA | 92

श्रारावे रुदिते चातय्धाकन्दो दारुणे रणे | स्यात्‌ प्र्षादो ऽनुरागेऽपि ae: स्याद्यच्ञनेऽपि | AAR TS AA HIT ENS | RNS SATA नास | 0 01 3 | हुत वर S59 VTS || 93 Ca

गोष्ठाध्यक्षेऽपि गोविन्दो हपे.प्यामोदवनद्‌ः।

प्राधान्ये राजलिङ्गे BUTS ककरो ऽस्याम्‌ इरति दद TAS] प्यर्‌ हि + मिवे 1 FIST

Basar ys | सविव 94

wai सम्विजन्नानसम्भापाक्रियाकाराजिनामसस्‌ |

ध्म TEET ATS सदः aT te)

स~मव] NSIS CST SV IAVAC SNS | BNSF TEP S| BATAGA-TAS I] 95

824 अमरकोषः |

पदं व्यवसित-चाण-स्थान-लस्मांभि-वस्तुघु | mae सेविते माने प्रतिष्ठा छत्यमास्यदम्‌ ed

VS THTATAS | पासन्द RAS AS तरत्स

पी 9“ GAS SAYS | -XATAS ETAT |] 96 चिधिष्टमधुरो aig az चातौश्णकोमल मृढाल्यापटुनिर्भाग्या मन्दाः स्यु दौ तु WITT ९७॥ गुन] नुन "कर ARTA SA] क्क १८९ सवान्य | नषि य्वुससनवरि] NBME A SAGAS |] 97

प्रत्यग्रा प्रतिभ विदत्‌ सुप्रगल्भेा विश्णरदै | व्यामो वटश्च न्यग्रोधावुत्सेधः काय उन्नतिः | PAR SACS STARS | भस सानन TAS |

C2 we AFA तुस AY || 98 UUs ATA विवधो वौवधो a Ar परिधि यज्नियतरोः शखायामुपखग्यके ९€

नानायेवगेः | 895

बन्धकं व्यसनं चेतः पौड़ाधिष्ठानमाधयः | स्यः समथ॑ननोवाकनियमाश्च समाधयः १००

55954 = AVAL | =^ = >) ~) [| ^१ ~~ 4 | | 100

दोषोत्पादेऽनुबन्धः स्यात्‌ प्ररुत्यादिविनश्चरे | मुखानुयायिनि शिनौ प्रछतस्यानुवत्तने १०१

रसशेषप वुत्त] रविम भगस सतन

ON ~ \— <~ ea =. ०. Ale TEAAAS AAR] तलवम्‌ ESA A | 101

fay विष्णो चन्द्रमसि परिच्छेदे विलेऽवधिः। विधि विधाने दैवे प्रणिधिः प्राथेने चरे १०२॥।

SBTARTA SA! प्दसमहिदिसनगाप्मदु |

TR ATSCS TAN] THR SACS

qugat पण्डितेऽपि स्कन्धः समुदयेऽपि

देशे नदविशेषेऽन्धो faarat सरिति स्याम्‌ १०३॥ `

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326 अमरकोषः |

विधाविधो प्रकारे ary रम्येऽपि fay ay जाया सुषा wat सुधालेपोऽखतं Get १०४ | AR AS SNA | इ" "तन्‌]र २57 नक 4 |

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सन्धा प्रतिन्ना मय्थादा ASI सम्प्रत्ययः WET | मधु मचे पुष्यरसे Be चान्धतमस्यपि १०५॥ NIFSWYASNA] SAS AA AA |

AS BRAC HAT SAC NS | हैः AVA AF AIA || 105

श्रतस्तिषु समुन्नद्ध पण्डितंमन्यगव्वितै | ब्रह्मबन्धु रधिक्षेपे निदं शे ऽथावलम्बितः १०६ ANAS ALA AGN AS] ARS कुविन |

त) SENG GF VAT HE SIGS! || 106

अविद रोऽप्यवष्टव्धः प्रसिद्धा स्यातभूषित्री | waaet चिचभान्‌ भान्‌ रण्मिदिवाकरे १०७॥

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नानायेवगेः | 327

भूतात्मानै धःठरेडा मूखनोचै ए्रधग्जनै | aaa शैलपाषाशा पचि शर पक्र १०८

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१२५३६] SH PAHAAASAAS TAT | 108

aaa शिखरि fafear afsafetr | प्रतिथनावभे लिष्सोपग्रहावथ सादिन १०८

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वैः <स] वैणो ङ्ग 0 मस | | 109

al सारथिदयारोदहा वाजिनोऽश्ेषुपरक्िणः | कुलेऽप्यभिजनो जन्मभूम्यामप्यथ हायनाः ११०॥

प्रस] [तविकु ठ] TRA मरत. TASTETS | HVAC ANE A] रणद्म्त्पवलीद््द|| 110

वषौचि alfetar: स्यु अन्दराग्न्यर्का विरोचनाः। केशेऽपि ठजिनो विश्चकम्मा कंसुर शिल्पिनोः १११ सद] FApAHS ss)

ABN मम १] BANNAN ALG NAL |

हि < क्न NaS |] 111

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828 ्रमरकोषः।

आत्मा यलो ति ate: स्वभावो ब्रह्मवष्म एचधातुकमत्तभवयुकाब्दा घनाघनाः ११२ NAHAS परमसन नु वीक रनिल SCE] SAS सुर पमु 112

श्रभिमानोऽथादिदपे ज्ञाने प्रणयहिंसथोः।

घनो मेघे मूत्तिंगुणे fag an निरन्तरे ११३।

NTA FAPSANY | SHASTA ALAS SRT ARG | TAT ASOSNG55 | नसम मतव SCS ASG 118

इनः WA TAT राजा BUF छचिये पे | A ~ वाणिन्या नत्तकौमत्ते खवन्त्या मपि वाहिनो eee

सिम्‌ 3] रवै LATN NAS | HAURINAAAIC | वहि मुकर महस

ag ASSN THA || 114

हादिन्यो वजतडति वन्दायामपि कामिनौ | त्वग्देहयोरपि तनुः ख्नाधोजिदहिकापि ११५॥ SLT FTN AINA] WW SANSA

BANAL 6 Aa SAA a 5 a BA rt | 115

नानाथवगः | 829

्रतुविस्तारयोरस््ौ वितानं fay तुच्छके मन्देऽथ केतनं Hel केतावुपनिमन््रणे ११६ वारित मन्ददुगदर। ततमनममुमाुमद्र ANS FANT SINGIN RS | HNNSANGA SAI] 116

वेद MM तपो ब्रह्य Ta विप्रः प्रजापतिः उत्सादने हिंसायां चने चापि गन्धनम्‌ ११७ AFA SAATA| ससद नरि दना PACHNAS HASAN a |] 117

MaMa प्रतौवापजवनाप्यायनाथैकम्‌

व्यञ्जनं लाञ्छनं श्मश्रु निष्ठानावयवेष्ठपि १९१८ नवक TATA AN A SP NACH SGN SAN ] 118

स्यात्‌ Brats THATS युद्धं पश्वहिपश्िणाम्‌ | स्यादुद्यानं निःसरणे वनभेदे प्रयोजने ११९

ॐ? करतार SNS TASS ATS! |] 119

42

330 अमरकोषः |

gaara feat खानं ateterata देवनम्‌ | उत्थानं trey ava सन्निविष्टोद्मेऽपि १२०

RATAN TNT LS | SAARI TS | QIAT HNN 4] SATS QS ANAS} 120 ब्युत्धानं प्रतिरोधे विराधाचरणेऽपि

मारणे BAHT गतो द्रश्येऽथै दापने १२१ | विना Sargeras |

aban परषारा | हस्र 2२ || 191 निवत्तंनो पकर णानुत्रज्यासु साधनम्‌ |

निर्यातनं वैर शुद्धो दाने न्यासापशेऽपि १२२ AFSVEN ATS G| FSF FST

YASCASA TARAS || 122

gaa विपदि भ्रंशे दोषे कामजकोपजे |

पश्साक्िलामनि किञ्जल्के तन््ादयं ओेऽप्यणौयसि १२३

TF 2H SNAG 06/15 | ARTE NAIC | 55 5-4F TSCA 199

नाना्थेवगेः तिथिभेदे शे ua वत्म नेचच्छदेऽध्वनि अकायगु द्ये कापौने मैथनं सङ्गतै TAT १२४ BST शना ततय | RE SRT ATTA | मेऽप पर्न ति | सुभम्‌ | 124 प्रधानं परमात्मा धौः प्रन्नानं बुद्धिचिहहयोः |

Daa पुष्यफलयो निधनं कुलनाशयोः १२५

meee 1) SAA HTAIN | F HARASS INA I} 125

कन्दने रादनाद्वनि वप्रे प्रमाणयोः | खद त्विट्‌ प्रभावा धामान्यथ चतुष्यथे १२६ MSTASICAB | ASFA ALAS | A विमित ञव] मनि नमवे] 126

afaan संस्थानं ल्म चिह्वप्रधानयोः। आच्छादने सम्पिधान मपवार णमित्युभे १२७

BARR HANNS | SESE 255 ITAA AAI HAS |] 127

881

832 श्रमरकोषः |

च्राराधनं साधने स्यादवाप्तौ तोषणेऽपि अधिष्ठानं चक्रपुरप्रभावाध्यासनेष्ठपि शर८ट INR" one २८९ मुत्‌ 25" RIS AUNI’

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ta wasifasesta वने सलिलकानने | तलिनं fare स्ताके वाच्यलिङ्गा स्तथोत्तरे १२९

RY AC RAN RL SA AS) गमेन मस्ति | FAATARA ALOE | STEVIA SANSA AGA || 129 समानाः सत्समैक्य स्यः पिशुनौ खलखचको हौनन्धूना TTS वेगिश्ररौ तरस्विनौ १३० VTA FASEAAL AS | ATF FT 4IASS | BACT TAN ARSC RASA |] aa अभिपन्नोऽपराद्खोऽभिग्रस्तव्यापद्नतावपि |

कलापो भूषणे वहं TUT सं हतेऽपि १३१॥

मदत कऽसनर] शतन मम SY

TANF HCA) A SASARNSCAMTA AC || 191

नानायेवगेः | 333

परिच्छदे परौवापः पय्युत्तौ सलिलस्थितै गोधुग्गो पतौ गोपौ हर विष्ण ठषाकपौ १३२ PATA ACN ISSAC | Is TAC इमास |

AR aaAST ATA] SAC HAART AP TTA |] 19

वाष्य FUT कशिपु त्वन्न माच्छादनं दयम्‌ |

तल्यं शय्याद्रदारेषु स्तम्बेऽपि विटपो ऽस्तियाम्‌ ess मस गठ्‌ गये

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FSA AR ICAO Aer SSCS AS 1 198

प्रात्तरूपस्वरूपाभिरूपा बुधमनोज्ञयोः भेद्यलिङ्गा श्रमो Ha वौणभेद कच्छपो १३४

Tap रवश्च | वट्‌ दत ART SC AAS ACS | AS VERN AS SaIareN's SAMOA A RAQCA SSA

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Gone angs || 184

Tau पुंसि ta: स्यात्‌ कुत्सिते वाच्यलिङ्गकः | अन्तराभवसत्वेऽश्वे गन्धर्व्वा दिव्यगायने १३५ |

ARH ARYANS SAAL | FAC BAAS |] 135

334 अमरकोषः |

कम्बु at वलये we दिजिच्धौ areal

पर्व्वोऽन्यलिङ्गः प्रागा पुम्बहत्वेऽपि yeasts १३६ MAY HAA A CNG | FAN ETC FAG | ATTEN SH | तनः SAT HAASAN |] 136

कुम्भौ wuagia feat तु शिशुवालिक्रौ |

स्तम्भो MUASVATAT शम्भू ब्रह्मविला चने १३७ MATIN CSSA | PEASE

ATM TANIA GFLELAT SOLA TNS |] 137 कुक्िभणाभेका गर्भाः विश्रम्भः प्रणयेऽपि

स्याद्वा दृन्दुभिः पुंसि स्यादक्षे दुन्दुभिः स्वियाम्‌ १३८॥ a CarSmaNSr SH SN | WANG SAHA |

EFAS ESTA | SOAS T YA | 138

स्यान्महारजने क्वं कुसुम्भं करके पुमान्‌ |

afaasta नामि at सुरभि गेवि स्वियाम्‌ १३९ |

०१०१ TS Al ववि AVANT TATA | STATA || 139

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नानार्थवग; | 385

सभा संसदि सभ्ये चिष्ध्यक्तेपि वल्लभः | किरणप्र्रहेा tit कपिभेक सवदै १४० | सका नपरे कस्‌ TT SSST कव्‌ BAR| QVENQATAG-G | Ho yeverascay| a |] 140

इच्छामनोभवे कामै श््योगेा पराक्रम YT पुणखयमन्धायस्वभावाचारसोमपाः १४१

रिद प्यदश्चेसणा त] SPATS सपनिन्दप्पमामेम |

SR AIS SAN IGS EAN ] ASAT HSA FAVE |] 141 उपाययपृव्वे आरम्भ उपधा चाण्युपकमः।

वणिकपथः पुरवेदो निगमो नागरो वणिक्‌ १५२ | + + 123 | ay Saray ny RA | SQA RS Rar Sq50 || 142

नैगम दो बले रामो नौलचारुसिते fay | शब्दादिपूर्वो इन्देऽपि ग्रामः क्रान्तो विक्रमः १५३॥ < सरसम म] सदसत TAINS NGS |

न्न सवास RASTA] कंसदमन OTA 145

336 अमरकोषः |

गुल्मा रुकूस्तम्बसे नाच जामिः sage: | शछितिश्छान्त्योः छमा युक्तं wa शक्तं दिते fay १५४ वागि ससुत पकस्व] वषम व्म्‌| CA >.

लेपा मरि | MATRA AL SS BAIS ] TINY] 144 fay श्यामे हरित्‌कष्णौ श्यामा स्याच्छारिवा fant | ललाम पुच्छपुण्डा खभूषाप्राधान्धकेतुषु १४५ YAW TAAL HY A | SARE "तनम मरि] पिन्‌ SEATATAL | ARCATSCS HAST मेवा || 145 खम मध्यात्म AWTS प्रधाने प्रथमस्िषु | वाम वद्गुप्रतौपैौ दावधमै न्यनकंत्सितै १४६ | AT ष्मा पि दतगुणा ८] र्वबरितध8।

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TINT TAS A | मारस्य नना] 146

जोगोञ्च परिभुक्तच्च यातयाममिदं दयम्‌ | AC तुरक्गगरुडौ ताश्या निलयापचयौ RAT evo |

तं सपाप ५९ प्प QS माष्श्स सर नुदन्‌] ASSO SRITENTINS || 147 हिद, 7 Coy Fa —— - _ =

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नानायवगः | 887

शया Pacis yaa wasted

Usa रसदब्देन्द्रौ स्यादण्ः सखामिवेश्ययोः १४८ वरग करना TLIAYF INH |

VAS FAITNISIS | एष दि्सपगा नसह || 148 {किं Aw

तिष्यः पुष्ये कलियुगे पथ्यायो saat कमे प्र्ययोऽधौनशपथन्नानविश्वासहेतुषु १४९

| AAAS AN तप्त SAAD YY 149

रन्ध्रे शब्देऽथानुश्यो दौ घदेषानुतापयोः | AST सूबसाकल्ये गजानां मध्यमे गते १५० |

HIT HAS)! APACS ROE ARC

eee NSEC | qaqa Vaasa || 150

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समयाः शपथाचारकालसिङ्ान्तसंविदः | व्यसनान्यशुभं देवं विपदित्यनथा waa: १५१ FAN FAIASCS | SHASTA SAT रमा | BN YAS SFANAL ]] 151

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838 अमरकोषः |

अत्ययो fama सच्छे दोषे दण्डऽप्यथा पदि | युद्वायत्योः सम्परायः पूज्यस्तु खशुरेऽपि १५२

पश्चाद्वश्थायिबलं समवायश्च सन्नचै संघाते सन्निवेशे संस्त्यायः प्रणया wat १५३ सपेम ुर कमस] BSAA GTA NARA SINAC RET SALA | SPAR SAG |] 153

विखम्भ-याच्‌जा-पेमाणो विरोधेऽपि समुच्छयः | विषयो यस्य यो ज्ञात स्तच शब्दादिकेष्ठपि १५४

ASAIO TAS SISA] STATA IE | APPA ATTA] ACSA aver Neyer gsiel || 154

निर्यासेऽपि कषायो seat सभायाञ्च प्रतिश्यः। १. AO v प्रायो भूम्न्यन्तगमने मन्यु देन्ये कतै क्रुधि १५५

RRA TAT तण HY | THFAL ALL SING | -

2 "4.5 AKAN ASFA | ANG ANANDA 283 Aaa ||

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नानायेवगेः | 339 रहस्योपस्यो गं दयं सत्यं शपथतथ्ययोः TAI प्रभावे द्रव्यं भव्ये गुणाख्रये १५६ TIERS SSA TANTS] सृ प्मादनसनरेमनति | BARRA Saar gh] = वैशोवि्स्पपनामस I] 156

धिष्ण्यं स्थाने Ze Asal भाग्यं कम्मे शुभाशुभम्‌ | कशेरुहेग्नो गाङ्गेयं विशल्या दन्तिकापि १५७॥

SPATANAC RESTS | sehoerscs ay iota tallies | १} 157

टषाकपायो AMAT नामशोभयोः | आरम्भो निष्कृतिः शिक्षा पूजनं सम्प्रधारणम्‌ १५८

SP MUA SSNPS] WEES मिद सरद OA £ CA SA SRSNSANTAAR | ASS AC RAS SONATAS |] 158

a उपायः कम्पे चेष्टा चिकित्सा नव fear: | दाया खग्यप्रिया कान्तिः प्रतिविम्ब मनातपः॥ eye | AIT ASS AA] वणी प्प्‌ | BAS ACRES EAL CA (~ गड़मासय5०्‌ STAY SANA || 159

840 RATA: |

RUM UAT हम्यादेः काञ्च्यां मध्येभबन्धने |

ma क्रियादेवतयो fey सेये धनादिभिः edo गर Ray Barer sas | 11 (1 TTTSST I AT TAGS TA ATA | 160

जन्यं स्याज्जनवादेऽपि जघन्योऽन्त्ये ऽधमेऽपि TAMA वक्तव्यो कल्यो सज्ननिरामये १६१

द्वश AAA | ईनम HTS | ना गतिर वद व्वमृ ics ] 161

आत्मवाननपेतोऽर्थादयथ्यैः YA Beata | रूप्यं प्रशस्तरूपेऽपि वदान्यो वल्गुवागपि १६२ |

ART BFSR INNA EA | IPRS SAC | SATA मानस | THF पगु सफक त्‌] 162 ~ aw न्याय्येऽपि मध्यं Sag सुन्दरे सोमदैवते |

निवहावसरौ वारो संस्तरो प्रस्तराध्वरौ १६३

RATASCA NSA | THIS TATE!

वषास रे ACTA] sry RF RLS 163

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नानायेवगेः | गुरू गौष्यतिपिचा्ो द्वापरो युगसंश्येा प्रकारो मेदसादश्यावाकाराविङ्गिताकतौ ९६१४ SRA SAAN SAR AAN HAS STRAT ASSS] पपणर मै इसपर 104 > ~

किशर ्धान्यश्रकेषु मरू धन्वधराधरो | अद्रयो द्रमगेलाकौः AAAS पयोधरौ १६५ | (ज | स. ८०.९८९८.३ | BPA ACALS 5a स्‌] गुन्हा] 165 ध्वान्तारिदानवा इचा बलिहस्तांशवः कराः | प्रदरा भङ्गनारोरूग्वाणा Bar कचा अपि १६६ | घु रवं | 166 अजातमङ्गा गः कालेऽप्यप्मश्च नां Vaz: | musty राः परिकरः पय्यैङ्धपरिवारयोः १६७ SAIS TAA SOS | गि दत.25. पासो ठर" विस सा] दारणा ATAVATCSQAS || 167

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34,2 ATH: |

मुक्ताशुद्धो तारः स्याच्छारो वायै सतु fags aise प्रतिन्नाजिसम्बिदापत्सु सङ्गरः १६८ सागवनृर AR] AT SOIT SS | FETT ASA TATA | SATEVSYATAATA I] 168

वेदभेदे गुप्तिवादे मन्त्रो मिता रवावपि मखेषु युपखण्डेऽपि स्वरु गृ दयेऽप्यवस्करः १६९ Ray RATATAT ASS, | पाप वु गह AINA | FF ATAACE | APACS TT LSA | पव ATA |] 169 MSA स्तृययैरवे गजेनद्राणाच्च गजिंते अभिहारो ऽभियोगे Ser सनन हनेऽपि १७० | WETRERSS | Pare रम कुस | sre दम 5 =f +^ 3 | 170

CA AP स्याज्ञङ्गमे परोवारः STATA परिच्छदे | विष्टरो विरपौ दभमुष्टिः पौटाद्य मासनम्‌ १७१ | वदत मगो प्यम्‌ स] वनोद स्‌ | RpRASLACAL | TP PACSTNA SANS |] 171

नानायेवैः 848 दारि ere प्रतौहारः प्रतौ हा ्प्यनन्तरे | विपुले नकुले विष्णौ वभ्रुः स्यात्‌ पिङ्गले fag १७२ >+ 0/1

रय AABIAETAS | प्व" नाह 172

सारा बले स्थिरांशे न्याय्ये क्रौवं वरे fay | UST TART पणे Ta दुरादरम्‌ 298 दुर वाम SIAC | पोकः ASAIN | कथयम | (णः || 173 महारण्ये दुगेपथे कान्तारः पुन्नपुंसकम्‌ | मत्सगोऽन्यशुभदेषे तदत्‌ कपणयोस्तिषु १७४ |

वसुव AFATS SNA धन्यतम] Ser qargnmys | ALN ~ वातेमु<ग]> | GSO AQAA SANA |] 174

देवाद्ते वरः श्रेष्ठे fag alta मनाकृप्रिये |

वं शाङ्करे AUCs AVIS घटे ना १७५ तहास] मङ्गुष EOL STA | . 4] LSYVAGH] सनब्‌-तेरततै SSAA 175

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344 अमरकोषः |

ना चमूजधने इस्त प्रतिसराऽस्ियाम्‌ | यमानिलेन्द्रचन्द्रा कंविष्णसिंहाशुवाजिषु १७६ SRT ASSACS SATAN | UATE SUAS |

aS 5 ye BYARATNE ASI] 176 शकाहिकपिभेकेषु हरि at कपिले fag |

शकरा HUTA याचा स्याट्‌ यापने AAT 299 I ^ Fores gy

ससक SATIN | कीर ASA |

NS BY ATAT AA |p 177

इरा भूवाकृमसुराप्ष्‌ स्यात्तन्द्रौ निद्र प्रमोलयोः |

धाचौ स्याद्पमातापि कितिरष्यामलक्यपि १७८ सरस मग द्‌ BS

3 व्यत || 178 4

Bal व्यङ्ग नटो वेश्या सरघा कण्टकारिका |

fag करेऽधमे ऽल्पेऽपि ast माचा परिच्छदे १७९ ~" '0° ARYA] HYASS HSS NAS ANN]

TOKIO AE स्‌ 5 OT IY SEARS I 179

नानायवगः |

अल्पे परिमाणे सा ATS कार्छःवधारणे | seman fat कलचं श्रोणिभायोः १८०

सगागमः रव] SHAHN TASS 34 | mars ET Eq (A}I] 180

योग्यभाजनयोः WS पच वाहनपश्योः | निरेशग्रन्ययोः शा स्तं शस्त्र मायुधले हयोः १८१ |

देस चम] rr AGA TART AA | EATISA IQS TLE] ASH HOSTS! || 181

VATA नच AS पन्नौशरौरयोः। Aas कोडहलयोः पोच गोचन्तु नानि १८२॥

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SAAN ATA SO | TS SON AN AATAT | ey ~ NRG || 162

सच माच्छादने TH सदादाने वनेऽपि अजिरं विषये कायेऽप्यम्बरं व्योज्ि वाससि १८३

ससरि S550 | दाम्‌ सम mamaria | धदवत] पवतर वर AS || 183 44

845

246 अमरकोषः |

चक्रं TPIT मोक्ेऽपि क्षौर मसु

स्वणेऽपि भ्ूरिचन्द्रौ दौ दारमकेऽपि गोपुरम्‌ १८४ उण द्दसमानर नामुष्य] वणारन" PRQacaas | BWSR 355 A981

८८९ (2

षग पि] Faz sy 164

गुहादम्भौ गह्वरे दे दोऽन्तिक FIs | पुरोऽधिक सुपय्येयाण्यगारे नगरे पुरम्‌ १८५ SRR CAAT | RATA ETS S दि सवगार बे YR] GATSCAC ENT ACE |] 185

मन्द्रिब्वाय राष्रोऽस्त्रौ विषये स्यादुपद्रवे | दराऽस्तियां भये qe वजोऽस््रौ हौरके GAT १८४ BRAT ACTA AOAC | ददत दित्‌ वन्मा || 186

तन्तं प्रधाने सिङ्वान्ते खूचवापे परिच्छे | शौर श्वामरे दण्डष्यो श्रं शयनासने १८७ FEISS YONA RE] नसमा

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“FAFEWTNA | RGA कत्‌ |] 187

नानार्थवगः | 84:7

पुष्कर करि हस्ताग्रे वाद्यभाण्डमुखे TA | व्योन्नि खड्गफले पद्मे तो्थी षधि विशेषयोः १८८ |

शि ^ व्रा कव रद AES | 188

STAT मवकाशावधिपरिधानान्तहिमेदतादथ्य दिट्रात्मौथविनावदहिरवसरमध्येऽन्तरात्मनि १८९ BANAL NAN YAS EAS | AS ATAAS AAC | ALAS EIN SATAN | AQTSTIRSTARAT RSAC || 189 मुस्तेऽपि fast राजकशेरुण्यपि नागरम्‌ |

Wat त्वन्धतमसे धातुके मेद्यलिङ्गकम्‌ १९० GANT ETE TE शस तगसमेऽि | 100 गेरेाऽरुणे सिते पौते त्रणका ेष्यरुष्करः |

जठरः कठिनेऽपि स्यादधस्तादपि चाधरः १९१

981. 1 हसनवीुननः नावा पपे 10

348 अमरकोषः |

्रनाकुलेऽपि SAHA व्ययो व्यासक्त AHS

उपय्यं दौच्यश्रेषठेठष्युत्तरः स्यादनुक्तरः १९२ `

QRTAL ISTH NIA] TAPAS |

BRST AAA SATAN | WayA aR" I] 192 oo

रुषां विपय्येये WS दूरानात्मोत्तमाः पराः। स्वादुप्रियै तु मधुरौ कुरौ कठिननिदंये ges STA AYR SAA) रर दद्व सङगुश्वर।

> ~ ~> GTASA TASS] गु दर्‌ | 193 उदारा दाठरमदतो रितर सूवन्यनौचयेाः | मन्दस्वच्छन्दयोः स्वेरः YY सुद ्तशुक्तयाः १९४ SAGAS] SPAS AACS SAF ARAR AAT HAA] JRC ATIAA GI] 194

चूडा fate केशश्च संयता मैलय waa: द्रमप्रभेदमातङ्गकाण्डपुष्याणि पौलवः १९५

२१९ ASAT AS SF APACS, | SAPS SAN HAVANA (>

तैर स्वरत प्रार 5 Sxarey sey A aN I] 195

नानायेवगेः | 349 छतान्तानेहसोः काल Basha युगे कलिः | स्यात्‌ कुरङ्गेऽपि कमलः प्रावारेऽपि कम्बलः ees BASSAS VST TAA SNAG RTT AS | LAAN SI TAA] वशगा |] 196

कंरेापहारयेोः पुंसि वलिः crags fara | ग्थौल्यसामथ्यैसैन्येषु बलं ना काकसौरिणोः Veo Sores sBS a HIS | (+ SINAC अुसपा्मन्‌ SIS SS | ABT RATTRAY RAYS |] 197 वातूलः पुंसि वात्यायामपि वातासह fay

भेदयलिङ्गः शे व्यालः पुंसि शवापदसपंयेः १९८ THAT HTS | हुरवीरठितसरगस माहु |

ASR ASSN SRI A] हदु परिमा 5 शुनि |] 198 मलेाऽस््ौ पापविट्किद्रान्यस््ौ श्रलं रुगायुधम्‌

शङ्घावपि इयः कोलः पालिः श्यस्यृङ्धपङ्किघु १९९

arora ala Say crac | 25८8 दत्‌ 7 शु पकडमा सर | QVTHS AA | दपि डर दपा 4.58 |] 109 (~ (~

880 श्रमरकोषः |

कला fret कालमेरेऽच्यालो सख्यावलौ अपि | अन्ध्यम्बुविकतै वेला कालमय्यादयेारपि २०० गु विहरस्व] प्वविश्ुसमयेरतवोप।

(>. > > TSN STATA रवे] FRACS SIC |] 200 TSU छत्तिका गावो बहलेऽच्निः शितै fay लौला विलासक्रियथे रुपला शकरापि २०१ THATSTATAC | VARA ALATA | AN STACT TA] wPTANAATSSTAC’ |] 201 CAPA < शोणितेऽम्भसि कौलालं aware शिफाभयेः। जालं HAS श्रानायेा गवाक्चक्षारकावपि २०२ BTR SAAN] Tasca sass Say Smarery FAA I] 202 Wea स्वभावे सहन्ते शस्ये Squad फलम्‌ | छदि नेचरुजोः ald समूहे पटलं ना २०३

ते व्रवतिगदुनपतिम। aq ara garerare | IRAP AT ACS ACS | VAR STAAL | APSF} || 203

नानायवगः |

TACIT तलं स्याच्चामिषे पलम्‌ | ञचव्वानलेऽपि पातालं चेलं वस्त्रेऽधमे fag २०४

ARCS TAR] वकवत]

NSATHAG A] Sarsjargrscaray sya 204 FRG WH: कौशे wy ना तु तुषानले | faula केवलमिति विलिङ्ग त्वेकछरत्स्रयेाः २०५

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351

RANI GaSe FA दुगास मास्य सिमा सरस सय] 205

SO TE GRICE कुशलं fufaa fay |

mae मङ्करेऽप्यस्त्रौ Fy Be जडेऽपि २०६ ईस बरस] ASS ARTES तन स्दव्पविश्पय पारुष्य ear raya

TAF ALISA AMAA ATG |] 206

कराले दन्तुरे तुङ्गे चारो Sa पेशलः | मखंऽभकेऽपि बालः स्याल्लोल अलसतुष्णयेः २०७

गा < वतत वत्‌] AESAC APRA I

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सर तेसथतषपसे | TARA र्दद] धद 207

352 श्रमरकोषः |

द्वदावै वनारण्यवह्नौ जन्महरौ भवै

मन्त्रौ सहायः सचिवौ पतिश्णखिनरा धवाः २०८ A Ta Rameraeeya) सरगुणे द्‌]

त्प sys A] ASSP A SAG |] 208

रवयः TANITA ATATSTANATT SAT: | भावः सत्वस्वभावाभिप्रायचेश्टात्मजन्मसु २०९ 1. प्व टप्‌] SPARS SANS ETRE’

> = (> |

सप्पा NAST AC ASST ASN SNA || 209

स्यादुत्ादे फले पुष्ये प्रसवो गभमो चने अविश्वासेऽपहवेऽपि निकृतावपि निहवः २१० STAIN TA SAY SRS | Saraqcaceraayaac: NYT SNAG CALA | SAGARA IEG TA || 210 उत्सकामषयारिच्छा प्रसरे मह उत्सवः ।.

अनुभावः प्रभावे स्यात्‌ सताञ्च मतिनिश्चये २११

HERAT SAAC AAS TARA | ABLES SAA | SATSANG | SACSTCIA SPST दसन] 211

नानायवगः | 858

स्याज्नन्महेतुः प्रभवः MAA TTI | श्रद्रायां विप्रतनये Wer पारशवः परुमान्‌+ २१२

रतै सेननारर] नागरि वासस || 212 धवो भभेदे क्तौवन्तु निशिते शश्वते चिषु स्वो ज्ञातावात्मनि स्वन्तिष्ठात्मोये स्वोऽस्तियान्धने २१३॥ इदुः 53२ | & BORN ACASSIN SANA | TH BASEITSRS | सुमना T AACS | स्मर परम्‌|| 213 सलौ करिव स््रबन्धेऽपि नौवौ परिपणेऽपि | शिवा गेारोपफेरवयोदन्दं कलदयुग्मयेः २१४ 1 ACSC SNATAAC TE en <> नवषमे] SPS रवव gnscagy || 214 दरव्यासुव्यवसायेषु AMA तु जन्तुषु | mld नपुंसके षण्ड वाच्यलिङ्गमविकमे २१५ <त38१ ६5117 |] 5 करस SHS | AACS | ELIA SANSA STING 25

This line seems to be an interpolation in Sanskrit 45

854 अरमरकोषः।

दरौ विग्न वैश्यमनुज्ञा दौ चराभिमरौ as | दौ राशौ GARG दौ वंशौ कुलमस्करौ २१६ |

BAR] गन तव है सगृसमिननार्भ |

ABN] SRATSCTH SYS | पस]

RG Ae TAT NAN EN | मैस] ATRABNSS AS SG |] 216 TA ^~.

रहः प्रकारौ Tata निर्ववेशो खतिभोगयेोः |

छतान्ते पुंसि कौनाशः क्षद्रकषकथे स्तिषु २१७

RAK ACTIN TAT A] BAAR ARATSS S54 | (~ ^>. *

ARS ANI TAT] SSSA ARCS IIA] 217 CO >

पदे we निमित्तेपदेशः स्यात्‌ FUT | द्‌शवस्थानेकविधाप्याश्ण SUT चायता Vee ॥॥1#>

^>

IAN ASH SY GAIN A वासर AIT AS 5 | STRSTR] | 218

वशा wat करिणौ स्याद्गज्ञाने ज्नातरि fay | स्यात्‌ HAT: साहसिकः कठोरामशटणावपि २१९

TARTS S| SAAR TA SA | MATA REAGAN'S | STACT ACA |] 219

नानायेवगैः | प्रका शोऽतिप्रसिङ्धेऽपि शश्णवन्ने वालिशः | सुरमत्स्यावनिमिषो पुरुषावात्ममानवै २२० PTA FATA | ठसक हिवि | TRF TAC RS || 220 काकमसस्यात्‌खगी ध्वाङ्को कक्षौ तु ठृणवौ रुधो | SANG: प्रग्रहे ष्मो प्रेषः प्रषणमने | २२१ = 1 धत्व AAT ES | START तरत रद || 21

पक्षः सदायेऽप्युष्णोषः शिरेवेष्ट-किरौरथोः |

शकले मूषिके श्रेष्ठे सुकते TI टषः २२२ I चितम TAT शनन करद दमन्‌] SAAS तमहा AINA SN EAST प. 222

MASA FA खङ्ग पिधानेऽ्थीषदिव्ययोः |

द्यते sa सारिफलकेऽप्याकर्प्योऽथाक्षमिन्द्िये २२३ | ` >^ S| ARIANA ORNS |

छरा 5१: Fara ss |] 228

* For avaq ?

355

356 अमरकोषः |

ना UAH कषंचक्रे व्यवहारे कलिद्रुमे

कषर्वात्तां करोषा्निः we: कुल्याभिधायिनौ २२४ QAR AIT SS यनवैः] RAGA ACSA Sl

TAA SE SES 94 I 224 |

पुम्भावे तत्‌ क्रिथायाच्च परुषम्‌ विषमप्वु | उपद्‌ानेऽप्यासिषं स्याद्पराधेऽपि किल्विषम्‌ २२५ AUT ENAATTINE | TERE) कवुग्व BRAGUTST AB" | HASSAN. I] 285

स्यादृष्टौ लाकधात्वंओे वत्सरे वषमस्तरिथाम्‌ |

Tat saat प्रज्ञा भिक्षा सेवाथेना wie: २२६

SAAR ARSTSS RAST कनि IS | Wags]

Sore ANS | दु तस्र 20 (~.

त्विट्‌ भोभाऽपि fay परे न्यक्षं कातन्यनिकूष्टयाः।

HAART LAKE THT २२७

SRRRATSSAT ITI] FSIS TINE

इमरान महन

* For Wap 2

नानायवगः | 857

रविश्वेतच्छदौ हंसौ खग्थवहौ विभाव | वत्सौ तणेकवषो दौ सारद्गगश्च दिवौकसः २२८ PAR] SRY HTS | कममसु |

SS) RE DR OO SS

AN SST ATS] ASST RAAT TAN! 228 TTT विषे वौय्ये गुणे रागे द्रवे रसः।

स्यतत साऽवतंसे दौ कणेपूरेऽपि eT २२९ हिङुमसन सन | 11 |] 229

देवभेरेऽनले* TM वख Ta धने वसु

विष्णो वेधाः स्रौ त्वाश्णैडहिताशंसाऽहिदंष्रयोः २३० हुनर] तनक] SANTA STIS] पमो. भको | समसो मड त्‌ 230 लालसे प्राथेनैत्सृक्ये हिंसा चादि कम्मे च। प्रसूरश्वापि भद्यावेा Weel Beat FA २३१॥ न्प रशुत] लिश सवाक्ष AIST | धसमनरतमत] स्रथमासतरस] 201

* Tibetan reads: शरनिले

858 अमरकोषः)

ज्वालाभासो नंपुंस्यऽचि अयोतिभद्योतदष्टिषु

पापापराधयारागः खगबाल्यादिनोव्वेयः २३२॥

वर्णु] उन्म नित] प्पडसननत्रइ रन ~.

STS ATN | IRAQ AS AGS TWN || 282

तेजः पुरौषथोर्वची मदस्तृत्सवतेजसोः | रजो गुणे AGH राह ध्वान्ते गुणे तमः २३३ 1 RET AA SFA FASS] HANSA FAIA |] 289

छन्दः पद्येऽभिलाषे तपः कछच्छादि कम्मे

सदहोबलं ASAT नभः खं आवे नभाः २३४

LAST AMAT STARA AAS | FETS SANSA AIRY | सनसन्नि नसावा GT FAS] 254

अकः सद्या्रयश्चौकाः पयः NTC TIT ओजो Stal बले सोत इन्द्रिये नि्नगारये २३५ AMA SASL ANN] वप्त

Ears aa सुरस] A 5arqac ease विश || 235

eet

* For Faas 2

नानायेवगेः | 859

तेजः प्रभावे Stal बले श॒क्रऽप्यतस्तिषु |

विद्वान्‌ विदं बोभत्सो दिंखोऽप्यतिशये त्वमौ २३६ FEN GNAL तमत] इतस्त दनय म]

AR इन सरयेत AN || 236

टद्प्रशस्ययेज्यायान्‌ RANA युवाल्पयोः | वरौयांस्तूरुवरथेाः ATMA साधुवाढ़्येाः २३७ ग्नि डन | ना anna |

र्यत नासम | सरित | 237

(~ ^~ a

दलेऽपि ae निब्वैन्धापरागाकौदये ग्रहाः | दाय्यापौडे RATS fare नागदन्तके २३८ | विनिग मश्च मसं] उस नारि गातम समान | 1. तुलारूचेऽश्वादिरण्मो प्रग्राहः प्रग्रहोऽपि |

पत्नौ परिजनादानमूलशपाः परि ग्रहाः VBE

JIGS AANA YT] PYFS TINS | SOHAL ASA ATA S | HIRATA TSA |] 239

yy RATHI: | दारेपि हाः ARTA eat वरस्वियाः व्यद्धो उन्देऽप्यहि टेकेऽप्यग्नौन्दका स्त

ayaa Raragyeeysy) इसरमीऽरन्स्ड्ता |

NASA ISAM | WS a4 AG 2१ HG 5 BO NAT ATARAN |] 240

परिच्छदे न्टपा ऽर्थे परिवर्होऽव्ययाः परे २४१

[oa

0 इति नानाथवगः |

‰2गासन््ठ इति]

UAT: |

ty ole ee

आड्गेषदयेऽभिव्याप्तौ सौमा्थे धातुयोगजे |

रा UTE: WAT वाक्येऽप्यास्तु स्यात्‌ कोपपौड़योः | मै"वप५र हब Ty

10

SVS ABA तर" AACS CAAA

वा 3/5]

पापकुत्‌सेषदथं कु धिडःनिभत्संननिन्दयोः | चान्वाचये समाहारेतरेतरसमु्चये

ial AR EAA SES री A ति नक BA] "ANA तन्त छव र्त] ररर FAISAL || 2 खसत्याशौःसेमपुखारे VAT लद्खनेऽप्यति |

सित्‌ प्रश्न वितके चतु स्याद्धदेऽवधारणे॥ ३॥ सश्चैवेस्रििनाक र] सम भसपसयस न्‌ ममार वक्र दिप्पर एद्‌ | AGAR ACSA TAT |

FART IAAAINARAS I] 3

* For 2424) 2

46

362 HATH: |

सकृत्‌ सहैकवारे स्यादारादूरसमौपयोः |

natal चरमे पश्चादुताप्यथेविकल्यथोः सर्गः देवर BAST क) | SAW SATS! SAMA ST ll +

पुनः सदाथेयोः Wad ATTA प्रत्यक्षतुल्ययोः। खेदानुकम्पासन्तोषविस्मयामन््णे वत

a A A NANL TENS ATIAS | FILSNALASA AS | SA HTAF AGA | 5

Sa इपऽनुकम्यायां वाक्यारम्भविषाद्‌योः | प्रति प्रतिनिधौ abareaater प्रयोगतः

गन्म SSIS AE | STAR SATET ST ANSI FRE, IV पपर] ससवत्सर || 6 दूति हेतुप्रकर णशप्रकषादिसमात्िषु |

प्राचां पुरस्तात्‌ प्रथमे पुराथेऽग्रत इत्यपि 9

NF HNSATANHINGS | गासनडेस्त्रस हवस SAS TRF INANE | ETAT ASSIS 7

HABIT! | 368

यावत्तावच्च साकल्येऽवधौ मानेऽवधारणे | मङ्गलानन्तरारम्भप्रञ्र कात्स्नेष्ठथो AW

द्राति] उर वनसतर SATIN ESS | el ~

é <)

वुत्तो रकम | ARSR VANE ह| SSS] 8

zat निरथैकाविध्यो नननेकोभयाथैयोः | नु पृच्छायां विकल्प पञ्रात्सादशष्ययोंरतु

TEARS ITAN) FTES NAT SPATIAL | FAVALST NAA |] 9 प्रञ्नावधारणानुज्नानुनयामन्तणे ननु | गहा-समुच्चय-प्रञ्च-शङ्घा-सम्भावनास्वपि १०

QS TARA दददस्‌ 1 | NF SSI ददत EF 5 | FASC TVSENARTAC | रुगु पवर्‌ 10

उपमायां विकल्पं वा सामि ae जुगृष्सने अमा सह समौपे कं वारिणि ate च॥ ११॥

PRARATAR TPT NG 5 | समन धमन्त STITT | NASA Y TAY 11

* Vib: 2B | + For Ex 2

364 अमरकोषः | इवेत्थमथेयो रेवं नुनं cesT निश्चये quay सुखे जोषं किम्युच्छायां जुगुष्छने १२ AAACN WAR ATA x 1. a | १०१ ~न नन] नश ee

>€ SSN

1१ SAR |

नाम प्राकाश्य-सम्भाव्य-कोधोपगम-कुत्सने

अल म्भूषणपय्धा त्ति शक्तिवारणवाचकम्‌ १३

SNA HPALST ARAN YS | द्रम कवग AAT |] 18 वितकं परिप्रञ्न समयान्तिकमध्ययोः।

पुन रप्रथमे. भेदे नि निंश्चयनिषेधयोः १४ |

HF STEIN ACN AAA] SAAS AaSIS | AHSCT TNGHT] 589 CAT SATSTATETST] 14 स्यात्‌ प्रबन्धे चिरातौते निकटागामिके पुरा | RUAN चोररो विस्तारेऽङ्ैरुतै चयम्‌ १५

1 agra aya SAR] SFPNA ANAT 15

व्ययवगः 365

aa परे लाके स्व व्वार्तासम्भाव्ययोः किल | निषेधवाक्यालङ्ारजिन्नासानुनये खल्‌ १६ | मसयम तहनदेनसन] वासन NST ALA eee SNES ANA ASAIN AAG 16

समोपोभयतः शोध्रसाकल्याभिमुखेऽभितः।

नामप्रकाशयोः प्राद्‌ मिथोऽन्योऽन्यं रहस्यपि 1 9 |

बहिण बिस दः करतत] IRATSYRETTA WS | ARRESTS याम] NY) TEAST SH SIAN | 17 तिरो sagt तियगर्थे हा विषादशगर्तिषु |

अह हेत्यहूुते खेदे हि हेताववधारणे १८

1 TALITALNS SAA छप] NANT S Faye sAaraes 18

चिराय चिरराचाय चिरस्या्ा शिरार्थकाः |

मुहः पुनःपुनः Wyle AAA समाः Ve = 0 gqkewyRe RK qe ANAC EPS AIAAS | WRADSSAC'SRACS | SAAC WON OST ATASCA! || 19

866 HATH:

खाग्‌ HAAR ATS AA सपदि द्रुते वलवत्‌ ey किमुत marta निभरे २० AFTRA FW | SNH ATTA I 20

पृथग्विनान्तरेणत्त हिरुडनाना asia | यत्तद्यतस्ततो Val वसाकल्ये तु चिच्न २९१॥

(री SSS

TARR AGA 5 नर १९. कमथम्‌ SA | NF SSAA QIN Ay] RAAT SY AAG SST |] २1

कदाचिन्नातु BSA साकं सचा समं सह आ्आनुक्रूल्याथेकं प्राध्वं BIR तु SAT मुधा २२॥ MA, 11

[रि मअ ~n ye ==

ARTS ~ "तर 1 आहो उताहो किमुत विकल्पे किं किमूत तुदहिचस्महवे पाद्पुरणे पूजने स्वति २३॥

FAY STAN ST SATTAE | कममर वेशन्त] STR IAA

AACS NESTA |! 23

सारि =-=

नः KF x’ Q 0) 5 2 or =" 2 For उड्‌

AYA: | 367

fearmiag दोषा नक्तञ्च रजनाविति | तिथेगथे साचि तिरोऽप्यथ सम्बोधनाथ॑काः २४

५29

11 1 ay ig

1.

4

स्यः प्याट्‌ wer हे हे भोः समया निकता हिरुक्‌ | अतकिते तु सहसा AUT: पुरतोऽग्रतः २५ SFC] FSTSMNAAS AA | ge Soperspsay Saray | 1) 1 11.

स्वाहा देवदहविर्दौनि श्रौषड्‌ sas वषट्‌ WUT | किंञ्िदोषन्मनागल्यं परेत्यामुच भवान्तरे २६

MS NAN VEN SS | 405 5. दर | RA AAS SEQRG | "रवद 5२|| 26

वद्वा यथा तथेवैवं lease हौ विस्मये |

मने तु qual तुष्णौकां सद्यः सपदि तत्क्षणे २७ ९९ दद्र | त्रतुनरमफम्पद्‌ |

WN <~ ~ 2157 > | zt ~, >| १९ | Salata ie

868 अमरकोषः |

दिश्या मुपजो षं चेत्यानन्देऽथान्तरेऽन्तरा |

अन्तरेण मध्ये स्युः प्रसद्य तु 'हदाथेकम्‌ रट रतोमः दारि] FASTIN ACR DNANS | FRRRSINA GMA | AVAC HAND AG NGG |] 28

यक्तं दे साम्प्रतं स्थानेऽभौष्णं शश्वद नारते |

अभावे नह्यनो नापि मास्म AAA वारणे Ve BDAC RAINALS BATS | SAAEWS ACTS | AF ATA तते ८८९ | ATTA SS कवक 29 पश्षान्तरे चेद्यदि तचे GSAT दयम्‌ | प्राकाश्ये UT राविः स्यादोभेवं परमं मते ३० गदेव देतव SNAG AVY RATA | ATMA Sayer |

सरवै सग १६६६ | 30 समन्ततसतु परितः aac विष्गित्यपि | अकामानुमतै काम मरयोपगभेऽतु ३१॥

सतरनगाप्पःससुषवसरणावा शि दर्सवेनी क| TRANS 8

HAAN: |

ननु स्याट्‌ विरोधोक्तो कचित्‌ कामप्रवेदने | निःषमं दुःषम गद्ये यथास्वन्तु यथायथम्‌ ३२ SPR AAGTAR YS] णु वम

कग रसाम्‌] रि VR EAGT BS I] 2

खषा मिथ्या वितथे यथाथेन्तु यथातथम्‌ | स्युरेवन्तु पुनर्ववेवेत्यवधारणवाचकाः ३३

0 111 THANG | 32१८२ a | See >)

mama नूनमव श्यं निश्चये दयम्‌ | संवदषेऽवरेत्वर्व्वा गामेवं खयमात्मना ३४

SPATARN IA ARNT 5 भरसार रेस मेह] 5

८6९ ] rara"seq ACSC 555] ]] 34

अल्पे AS मंहत्युचचेः प्रायो भूमद्रुते शनैः

सना नित्ये वहिर्व छ्ये स्मातोते,स्तमदश्ने sy ददतु] अतथर ८दमात]

BASSAI] AANA ARRAS T | 9

4

४69.

870 HATH: |

अस्ति सत्वे रुषोक्तावृडः प्रश्न ऽनुनये त्वयि | हं तकं स्यादुषा रात्ैरवसाने नमो नतौ ३६

©

पसनद दर्दरीति STA) BAY STAG SAG SA] | SST TYP SH] ISHS TISAI 36

पुनरथःङ्गनिन्दायां ce qe प्रशंसने

सायं ara प्रगे प्रातः प्रभाते निकषान्तिके ३9 SVIAEAT ABA | अनभ्र १९९१ siEsarPaegarracary] सनभ्निद नरो 9

परुत्यरार्य्येषमोऽबदे पूर्वे पूरव्वतरेयति TIAA TARA पृब्वात्तरापरात्‌ इट | नातिनननविनर | तिवस

FRAGA A] देरिति] 11.

तथाधरान्यान्यतरेतरात्‌ TATRA उभयदुश्चोभयेदयुः परे त्वह्ि परेद्यवि ३९ FASTA MATS IA | SAR Garersyery |

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SATANIC IAA] BAGH AAA |] 39

* For 2

अरव्ययवगेः | 3४

दयोगतेऽनागते,दह्ि श्वः परश्च स्तत्यरेऽहनि | तदा तदानौं युगपदैकदा HAST सदा ४० |

पितरिति वावत] sagqaraagcsracas | BIT IAT SN SAG] QISTAISTRCT BAST SNAP परैव ५८] 10

wate सम्परतौदानौमधुना साम्पतं तथा दिग्देश्काले पृव्वदे प्रागुदकृप्रन्यगादयः ४१ |

SSAA BASE | FASS ESATA | SATS IARC S TASS | रवि सवास दव्य | BAF GTA] 41

इत्यव्यय वगैः |

सेदि कमु |

| लिङ्ादिसंग्रहवगः |

—ecleo— सलिङ्गणास्तः सन्ादिरुत्तद्खितसमासङज्ञैः | अनुक्तः संग्रहो लिङ्गः संकौगौवदि होन्रयेत्‌ १॥

BIVISYV AAT AS 1

^ SAN देमि ISN IS | AAO | ASTANA | पश्चसदमास दस नैन दत GAY | 1 लिङ्ग्ेषविधिर्व्यापौ विशेपे्यद्यवाधितः। स्ियामोद्दिरामैकाच्‌ सयोनि प्राणिनाम २॥ SA हसा पर BR] TITANS SAAS COAT RCA SST AT ASSO | से पाण्य BSAA NA SIENA |] 2

नामविदयुन्निशणवल्लौ वौणादिग्‌भ्रू नदोहियाम्‌ | ae दिगुरेकाथा पाचयुगादिभिः॥ ३॥ SIAC APTAC ASAT A] सिके नर्तना SSO ET Ey STASI AT | GVSIIRATASATAG ASAT] $ दस समासनम्‌ || 8

लिङ्गादि संयदहवगे: | 878

तल्ढन्दे येनिकड्यचा वैरमेथुनकादिवन्‌ | स््नौभावादावनिक्तिन्‌ वुल्‌ णच्‌ USAT ASAT: SOS NAT C5 ARN ARR AAMT Say * |

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SIN TAHNE) NOSTRIN || 4 (~.

उणादिषुनिरूरौश्च डग्राबडन्तं चर॑ स्थिरम्‌ | तत्‌ कौडायां प्रहरणं Farrer पाल्लवा दिक्‌ wy

&? Ql NIN ‘a A - >. >| जे WN jj NA] al AA व] |

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घजोजः सा क्रियास्याच्चेदाण्डपाता fe फास्गुनो श्येनम्याता हि खगया तैलम्याता स्वधेति दिक्‌ वरर TASSBISE | SA PAGEN ASS A]

स्तौ स्यात्‌ काचिन्मृणाल्यादि विवश्षापचये यदि | MRT ेफालिका टौका धातकौ पञ्जिकाद्कौ TAS SCAVSS SNA] दर ARONA 5] aes 4) AO Pera AC]

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374 RATA: |

सिथ्रका सारिका feat प्राचिकोल्का पिपौलिका। तिन्दुकौ कणिका भङ्गिः Gent खचि args से <ये. 3522 | RYT YS TAIT AC | मेभ वेर] वित्से दमन

पिच्छा वितण्डाकाकिण्यश्चुणिः शनौ zat दरत्‌ सातिः कन्धा तथा सन्दौ नाभो राजसभापि च॥ Age a HAT 8 | Sarg Ra | वैषन्‌मगरमुरवेुषानर] Massie si Guilain 9 भलर Watt पारौ होरा TET सिप्रला |

लाक्षा लिक्षा गण्डुषा Bal चमसौ मसौ १० कमि | ARR TAS SAGA SC

senses सुत | वी | TAS ऽते TA |] 10

Yet सभेदानुचराः सपग्थायाः सुरासुराः | स्वगेयागाद्रि मेधाच्धि द्रकालासिशरारयः ११ लेसे इः | इनता" परस्व RG | SPR वेना कुभजिररुषरे

Ray EVRA SCAT ACS | 11

लिङ्घादिसंग्रहइवगेः | 875

ATC छदोदंन्तकण्ठकेशनखस्तनाः |

BRIETA: छेडमेद्‌ा राचान्ताः प्रागसंख्यकाः १२ ATATATNAGSIOAN | YS NGAT मुनय] HATHA AIA स्व्‌] नुषगोरत। HSPN AIA AC AC ATSIC |] 12

ओवेष्टायाश्च निर्यासा seat अवाधिताः |

कशेरु जतुवस्त॒नि हित्वा तुरूविरामकाः १२ सवथन सगत] FRAT AGRA STAC SNS | नदस्य || 13

कषणम मरोपान्ता यद्यदन्ता Bat WT |

G8 448 F टोपान्ता गोचाख्याश्चरणाद्धयाः।॥ 28 ददै तर २१९८३ | WIRaIgA 3A मदेर्‌ 1. 7 erRraga sx acors |

४] घ्‌] AM) ३] NPN] PRAT AaIR 352]

दिगा दगागाह १८ | 14

नाश््यकत्तरि भाषे FT TT व्‌ नञ्‌ णघाथचः।

ल्युः कत्तरोमनिज्‌भावे को धोः किःप्रादितोऽन्यतः ११५ मि< SSAC Sa) Teeargory

ST SHAT] WASH NGS |

TEMAS AIAA |] 15

876 अमरकोषः |

दन्देऽश्चवडवावश्ववड़वा समाहृते |

कान्तः CASITA: पूव्वीऽयः पुव्वेकोऽपि १६ |

<न ती ठत नोर ANT SAS |

11 ++ NSS SATA US Bae ॥16

वटकश्चानुवाकश्च रल्लकश्च कुटङ्गकः | Get WE: agra विटपदट्र धटाः खटः १७

सुर देत] विमना ेर-क२) दुष यद्वस्ते] मापन ALT STSCISABS | 17

कोटरारधट् हटा पिण्डगोण्डपिचिण्डवत्‌ | TS! करण्डोलगुड़ावरण्डश्च किणो GU: १८

SCN TAINCFASN STS | Way ्घगक्षप-तैरकठइु

SST ASAT TAS |] 18

हति ata हरितो रोमन्योद्ौथबुददाः | का्षमदऽदनिः कुन्दः फेनस्तूपौ सपुपक १९

दुक्त 5 ag | सग AMAT SIS <£. |

7) AN तेवर] YTASSSHTCATAS | 19

लिङ्गा दि संग्रहवगेः | 877

आतपः aaa नाभिः कुणपक्षरकेदराः |

TELA GAA गोलहिङ्गःलपुद्नलाः २०

DAR AVANT TAC ASA SCS AY AIST SS GARY HYSTA AS | ठे शुमा यर RASS |] 20

वेतालमल्लभल्लाश्च पुरोडाशेऽपि पट्टिशः कुल्माषो रभसश्चेव सकटाहः VARS: २१

(1/1 STARA TA TAGS) AEGAN AG HREM TSS AG |] 21

दिदह्ोनेऽन्यज्च खारण्यपशेस्वमरहिमोदकम्‌ | भ्तोष्णमांसरूुधिरमुखासिद्र विणं बलम्‌ २२

APBNART TIAA TSPNAS | १] सवरत ACS | PISS ISLS | वद्वनता 2

CARAT AAM हसुखदुःखशुभा शुभम्‌ | जलपुष्याणि लवणं व्यच्जनान्यनुले पनम्‌ 2s | YISSCATAC ASSN SIN | रेद्नु्गो समिन <| BRON SATSANG SSC ACWIEN STS | 23

48

878 अमरकोषः |

कोव्याः शतादिसंख्यान्या वा Wat नियुतच्च तत्‌ | ean मसिसुसन्नन्तं यदनान्तमकत्तरि २४ STATA NAA TSN | AGAR LAIN SCN AAC | ॥१1/ | AION SFAC |] 24 |

चान्तं सलापधं fre cra प्राक्‌ संस्ययान्ितम्‌ | OTST TATA दिग लश्यानुसारतः २५॥

HSFA ISNA व] SA AVA ARYA SG] AAS TAS ुरसदेष द] LHBSANAFFFENAILAY] 25

इन्देकत्वाव्ययौभावै पथः संस्याव्ययात्‌ AT |

षष्याग्काया बहूना च्ेदिच्छायं संहत सभा २६ SNAT AST $] ACSA SS यतित] सरठ। RT SATA SILAS AT | - SANTA CS ASAT I] 96

प्ालाथापि परा राजाऽमनुष्याथादराजकात्‌। दासौसभं saad रक्षःसभमिमा दिशः २७ |

भन््मतो दवम्‌ | वोप AG VENOM | (~ (~ ^> 10.

Ne ee

* For Wa 2

लिङ्गा दिसंग्रहवगंः |

उपन्लोपकमान्तश्च तदादित्वप्रकाश्ने |

कोपन्नकोपकमादि कन्धोशैनरनामसु Lez |

1 AGA | -FANSIBN BASS INN

BAN GN ACA ATASAIIN | | ASTETaraR FTA! |] 28 ~ ~ FAT

भावे WHR समूहे भावकम्भेणोः। अदन्तप्रत्ययाः परुण्यसुदिनाभ्यां ACT २९ SITAR PSCM] SFARTAR AAACN | ssc | PATRIA Sa TI SRA | FAIS ANTS TALS ANA TAA || 9

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880 श्रमरकोषः।

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382 अमरकोषः |

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Amarasimha Amerakosah

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